UP Hair Transplant Death Case: हेयर ट्रांसप्लांट से गई इंजीनियर की जान, इंजेक्शन लगाते ही चेहरे पर आ गई सूजन, आँखें आई बाहर, फिर मौत...

UP Hair Transplant Death Case:कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान एक इंजीनियर (AE) की मौत हो गई. हेयर ट्रांसप्लांट के बाद इंजीनियर को इंफेक्शन हुआ फिर जान चली गयी.

Update: 2025-05-12 11:05 GMT

UP Hair Transplant Death Case

UP Hair Transplant Death Case: आजकल गंजापन आम समस्या हो गई है. लड़का हो या लड़की सभी इससे परेशान है. लोग तरह के तरीके आजमा रहे हैं. गंजापन दूर करने लिए लोग सबसे ज्यादा लोग हेयर ट्रांसप्लांट का सहारा ले रहे हैं. लेकिन क्या हो जब हेयर ट्रांसप्लांट की वजह से जान चली जाए.

एक ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला यूपी के कानपुर से सामने आया है. कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान एक इंजीनियर (AE) की मौत हो गई. हेयर ट्रांसप्लांट के बाद इंजीनियर को  इंफेक्शन हुआ फिर जान चली गयी. यह पूरा मामला रावतपुर थाना क्षेत्र स्थित ऑफिसर कॉलोनी का है. यहाँ रहने वाले इंजीनियर विनीत दुबे(37) जो गोरखपुर के रहने वाले थे. उन्होंने हाल ही में उन्होंने हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (HBTU) कानपुर से पीएचडी पूरी की थी. विनीत कानपुर के पनकी पावर प्लांट में AE थे. 

विनीत गंजेपन से परेशान थे. जिसके बाद उन्होंने हेयर ट्रांसप्लांट का मन बनाया और केशव पुरम स्थित एम्पायर क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कराने पहुंचे. उन्होंने 13 मार्च को इंपायर वाराही क्लिनिक की डॉक्टर अनुष्का तिवारी से हेयर ट्रांसप्लांट कराया था. इस दौरान विनीत की पत्नी जया दुबे अपने दो बच्चों के साथ होली पर अपने मायके गोंडा  गई हुई थीं. हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान हालत बिगड़ गई थी. उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

डॉक्टर अनुष्का ने विनीत की पत्नी को फोन कर जानकारी दी कि विनीत के चेहरे पर मामूली सूजन आ गई है. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है. विनीत को शारदा नगर के अनुराग हॉस्पिटल भर्ती कराया गया. जहाँ वे बार-बार बेहोश हो रहे थे. फिर उन्हें ICU में एडमिट कराया गया. डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया, लेकिन इंफेक्शन फैल चुका था. बताया जा रहा है विनीत की आँखें पूरी तरह बाहर आ चुकी है चेहरा फूल चूका था और आखरी में 14 मार्च को उनकी मौत हो गई. 

इधर, इस घटना के बाद डॉक्टर क्लिनिक और मोबाइल फोन बंद कर फरार हो गई. परिजन अस्पताल पहुंचे लेकिन वहां कोई नहीं और न ही उनका फ़ोन लग रहा था. वहीँ परिजनों ने 54 दिन बाद मुख्यमंत्री पोर्टल में इसकी शिकायत की. इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. एसीपी अभिषेक पांडे ने बताया कि पत्नी की शिकायत के आधार पर डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है. दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जायेगी. 



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