Jaunpur Murder: जौनपुर में पत्रकार की हत्या, मुंबई से गिरफ्तार हुआ मास्टरमाइंड, सुपारी देकर कराई थी हत्या
Jaunpur Murder: उत्तर प्रदेश के जौनपुर में पत्रकार भाजपा नेता आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पत्रकार के हत्याकांड के मास्टरमाइंड को महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया गया है.
Jaunpur Murder: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जौनपुर(Jaunpur) में पत्रकार भाजपा नेता आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पत्रकार के हत्याकांड के मास्टरमाइंड को महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया गया है.
मुख्य आरोपी गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक़, पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या का मुख्य आरोपी और साजिशकर्ता जमीरुद्दीन कुरैशी को मुंबई के भिवंडी में गिरफ्तार किया गया है. जिसे आज बुधवार को मुंबई से जौनपुर शाहगंज लाया जा रहा है. जमीरुद्दीन कुरैशी जौनपुर जिले के शाहगंज कोतवाली अंतर्गत सबरहद का रहने वाला है. उसने सुपारी देकर ह्त्या कराइ थी . उसके खिलाफ गौ तस्करी के कई केस दर्ज है. जमीरुद्दीन कुरैशी पर मुडेरवां बस्ती व अम्बेडकर नगर जनपद समेत कई थानों में 16 मुकदमे दर्ज है.
दरअसल इस मामले में मृतक के भाई की तहरीर पर मंगलवार की देर रात महाराष्ट्र के सपा नेता अबू आजमी के रिश्तेदार नासिर जमाल समेत चार नामजद व पांच अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. जिसके बाद जमीरुद्दीन कुरैशी का नाम सामने आया था. पुलिस अन्य लोगों की तलाश के लिए छापेमारी कर रही है.
13 मई को हुई थी पत्रकार की हत्या
जौनपुर के सबरहद गांव के रहने वाले न्यूज पोर्टल के पत्रकार व भाजपा नेता आशुतोष श्रीवास्तव सोमवार (13 मई ) सुबह करीब 9.30 बजे पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव बाइक से घर से निकले थे. इस दौरान शाहगंज कोतवाली अंतर्गत इमरानगंज बाजार में अज्ञात बाइक सवार बदमाश ने आशुतोष पर गोलयां बरसा दी. बदमाश ने आशुतोष के सीने में चार गोलयां मारी थी. पत्रकार आशुतोष को शाहगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था. जहाँ उसकी मौत हो गयी.
पहले से था जान को खतरा
बता दें पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव के जान को पहले से खतरा था. आशुतोष श्रीवास्तव न्यूज पोर्टल में काम किया करते थे. वो गो तस्करों और माफियाओं के खिलाफ खबरें लिखते थे. जिसके चलते उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिली थी. इसे लेकर आशुतोष ने एक महीने पहले सीओ शाहगंज और थाना प्रभारी शाहगंज को अपनी जान का खतरा बताते हुए पत्र लिखा था. साथ ही सुरक्षा की मांग की थी. लेकिन इसपर ध्यान नहीं दिया गया.