Ayodhya Deepotsav 2025: अयोध्या दीपोत्सव 2025: 28 लाख दीपों से जगमगाएगी रामनगरी, 28 हजार वालंटियर जुटे, बनेगा नया विश्व रिकॉर्ड
Ayodhya Deepotsav 2025: अयोध्या दीपोत्सव 2025 में 28 लाख दीप जलाने का लक्ष्य, तैयारियों का अंतिम चरण पूरा। 19 अक्टूबर को राम की पैड़ी से जगमगाएगी रामनगरी।
Ayodhya Deepotsav 2025: अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में इस बार अयोध्या का प्रान्तीयकृत दीपोत्सव-2025 एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाने जा रहा है। राम की पैड़ी से लेकर सभी 56 घाटों पर 28 लाख दीए जलाने का लक्ष्य रखा गया है। शुक्रवार को 28 हजार वालंटियरों ने दिनभर घाटों पर दीए सजाने का कार्य किया, जिसमें 60 फीसदी काम पूरा हो गया।
26 लाख से अधिक दीपों से विश्व रिकॉर्ड का लक्ष्य
19 अक्टूबर को आयोजित होने वाले नौवें दीपोत्सव में 26 लाख 11 हजार 101 दीप प्रज्ज्वलित करने का लक्ष्य है। मीडिया प्रभारी डॉ. आर. एन. पांडेय ने बताया कि शनिवार तक सभी घाटों पर 28 लाख दीए बिछाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। हर घाट पर घाट प्रभारी और घाट समन्वयक की देखरेख में दीयों को व्यवस्थित ढंग से सजाया जा रहा है।
दीपोत्सव स्थल पर दिनभर नोडल प्रभारी प्रो. एस. एस. मिश्र, प्रो. आशुतोष सिन्हा, प्रो. शैलेंद्र वर्मा, प्रो. नीलम पाठक, प्रो. फार्रुख जमाल, डॉ. गीतिका श्रीवास्तव, डॉ. मनीष सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
19 अक्टूबर को दीपोत्सव, 20 को दीपावली का मुख्य पर्व
रामनगरी में इस बार दीपोत्सव और दीपावली दोनों ही ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के साथ मनाए जाएंगे। 19 अक्टूबर की शाम सरयू घाट पर जब लाखों दीप एक साथ जलेंगे, तो अयोध्या विश्व पटल पर फिर से नया कीर्तिमान दर्ज करेगी। इस आयोजन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स टीम भी मॉनिटर करेगी।
यातायात व्यवस्था में बदलाव, भारी वाहनों पर रोक
दीपोत्सव कार्यक्रम के मद्देनज़र शनिवार रात 12 बजे से अयोध्या की सीमा में भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। यह डायवर्जन रविवार तक कार्यक्रम की समाप्ति तक लागू रहेगा। यातायात पुलिस के अनुसार....
सुलतानपुर से आने वाले वाहनों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर डायवर्ट किया जाएगा।
रायबरेली मार्ग के वाहन हलियापुर से एक्सप्रेस-वे की ओर भेजे जाएंगे।
अम्बेडकरनगर, आजमगढ़ और बस्ती मार्गों से आने वाले ट्रकों को भी अन्य रूट से डायवर्ट किया गया है।
सिर्फ आवश्यक सेवाओं और आमंत्रित अतिथियों के वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति होगी।
राम मंदिर में हनुमान जयंती और महालक्ष्मी पूजन से होगा शुभारंभ
दीपोत्सव का शुभारंभ राम मंदिर परिसर में हनुमान जयंती और महालक्ष्मी पूजन से किया जाएगा। शनिवार से तीन दिवसीय अनुष्ठान शुरू होगा, जिसकी पूर्णाहुति दीपावली के दिन की जाएगी।
रामलला के अर्चकों द्वारा दक्षिणी भुजा पर बने नवनिर्मित हनुमान मंदिर और यज्ञशाला में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा की जाएगी। सभी स्वयंसेवकों को परिसर प्रवेश के लिए पास वितरित किए जा चुके हैं, जो 18 और 19 अक्टूबर तक ही मान्य रहेंगे।
देशी घी और मोम के दीपकों से जगमगाएगा राम मंदिर परिसर
दीपोत्सव के दौरान राम मंदिर, परकोटे के छह मंदिरों, शेषावतार और कुबेर टीला सहित परिसर के हर कोने में देशी घी और मोम के दीपक जलाए जाएंगे। राम मंदिर और परकोटे में 10 हजार देशी घी के दीपक, परिसर के विभिन्न हिस्सों में 51 हजार मोम के दीपक, जबकि प्रवेश मार्गों पर सरसों तेल के दीपकों की कतारें सजाई जाएंगी। इसके अलावा राम पथ, सरयू घाट और परकोटे को हजारों रंगीन लैंपों और इलेक्ट्रिक बल्बों से सजाया गया है।