क्रिकेट में 12 साल बिताने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, अब खेल को लेकर बदल गई है मेरी सोच
नईदिल्ली 7 जनवरी 2019. भारत की सीमित ओवरों की टीम के उप कप्तान रोहित शर्मा के लिए 2019 काफी सफल रहा जिसमें वह टेस्ट सलामी बल्लेबाज की भूमिका में भी सफल रहे। सलामी बल्लेबाज के तौर पर 2019 में सभी प्रारूपों में 2442 रन बनाने वाले रोहित ने कहा कि अब खेल को लेकर उनकी सोच बदल गई है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 12 साल बिताने वाले रोहित ने कहा, ‘मैं क्या सोचता हूं इसे लेकर मैं अलग तरह का रोहित हूं। अपने परिवार- मेरी पत्नी (ऋतिका) और बेटी (समाइरा)- के कारण मैं अपने जीवन में काफी अच्छी स्थिति में हूं। मैं इसे लेकर चिंतित नहीं हूं कि बाकी लोग क्या बातें कर रहे हैं।’
अपने करियर के दौरान सराहना और आलोचना दोनों का सामना करने वाले 32 साल के रोहित ने कहा कि वह अब आलोचनाओं के बारे में अधिक नहीं सोचते। उन्होंने कहा, ‘उन्होंने (पत्नी और बेटी ने) मेरे जीवन को प्यार और खुशी से भर दिया है और मैं इसी में रहने का प्रयास करता हूं। यह नहीं सोचता कि कोई मेरे बारे में क्या टिप्पणी कर रहा है।’
रोहित ने कहा, ‘मैं उस उम्र को पार कर गया हूं कि किसी के मेरे बारे में अच्छा या बुरा कहने पर प्रतिक्रिया दूं। ईमानदारी से कहूं तो अब यह अधिक मायने नहीं रखता।’ दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के रूप में शुरुआत करते हुए रोहित ने दोहरा शतक जड़ा था जिससे भारत को वह लय मिली जिसकी उसे वीरेंदर सहवाग के जाने के बाद लंबे अर्से से तलाश थी।
रोहित से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मैंने काफी पहले टेस्ट मैचों के बारे में सोचना छोड़ दिया था।’ यह पूछे जाने पर कि ऐसा क्यों था, रोहित ने कहा, ‘पहले मैं टेस्ट मैचों में सफलता के बारे में काफी सोचता था। मैं काफी अधिक सोचता था कि ऐसा क्यों हो रहा है, मैंने यह शॉट क्यों खेला। प्रत्येक टेस्ट पारी के बाद मैं हमारे विडियो विश्लेषक के पास जाता, उसके साथ बैठकर विडियो देखता और फिर और अधिक भ्रमित हो जाता। असल में मैं जो कर रहा था वह सही चीज नहीं थी।’