शादी के दिन दूल्हे की कोरोना से मौत: बारात जाने के कुछ घंटे पहले ही दूल्हे की टूट गयी सांस……बारात की जगह निकली शवयात्रा…..पिछले 2 दिन में कोरोना के कई दूल्हे की मौत……पढिये रोंगटे खड़े करने वाली अलग-अलग ये खबर

Update: 2021-05-09 00:59 GMT

हापुड़/रतलाम 8 मई 2021। इसे नियति का फैसला कहे या फिर किस्मत का क्रूर मज़ाक कि जिन 2 युवकों के सर पर जिस दिन सेहरा सजना था, उसी दिन उनकी कोरोना से मौत हो गयी। इससे बड़ी विडंबना और क्या होगी, जो मेहमान बारात जाने के जुटी थी, उन मेहमानों को बारात की जगह शवयात्रा में शामिल होना पड़ा। एक मामला उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले का है, जहां एक व्यपारी के बेटे ऋषभ की शादी के दिन ही सुबह कोरोना से मौत हो गयी, जबकि दूसरी मौत मध्यप्रदेश के रतलाम में हुई। रतलाम में अजय नाम के युवक की मौत हुई, जिसकी शुक्रवार को शादी होनी थी।

दुल्हन बार-बार हो रही बेहोश

हापुड़ जिले के गढ़ नगर की दुर्गा कालोनी निवासी व्यापारी विजय का बेटा ऋषभ करीब 10 दिन पहले बीमार हो गया था। बुखार आने के बाद उसकी जांच कराई तो कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आ गई। जिसके बाद उसको हापुड़ के कोविड अस्पताल में भर्ती करा दिया था। बताया गया है कि तीन दिन पहले रिकवर होने के साथ ही उसको डॉक्टर ने घर भेज दिया था। जिसमें ऑक्सीजन के लिए सवा लाख रुपये का दिल्ली से एक यंत्र भी परिवार वाले खरीद लाए थे। परंतु रात को ही घर आने के बाद उसकी तबियत खराब हो गई। जिसके बाद उसको फिर से अस्पताल लेकर परिजन भागे। परंतु हालत गंभीर होने के कारण उसकी आक्सीजन कम हो रही है। पिरजनों ने बताया कि रात हालत ठीक हुई तो डॉक्टर ने कहा कि जल्द ठीक करके घर भेजूंगी। लेकिन रात को 2 बजे उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।भाई गौरव बताता है कि अप्रैल में रिश्ता हो गया था। जिसकी शादी 8 मई की तय हो गई थी। वह बताता है कि रिश्ते के बाद अचानक कोरोना के केस बढ़ गए तो ऋषभ ने कहा था कि पापा 8 मई को शादी नहीं करनी। क्योंकि अब शादी में मेरे दोस्त नहीं जा पाएंगे। लेकिन उसको क्या पता था कि 8 मई को तो कोरोना उसको हमेशा के लिए ले जाएगा।

रतलाम में भी दूल्हे की मौत

घर मे शादी की तैयार‍ियों की शुरुआत हो चुकी थी. मंडप सज चुका था और दो दिन बाद बारात जानी थी, लेकिन इस घर से उठी दू्ल्हे कि अर्थी. ये दर्दनाक घटना सामने आई है मध्‍य प्रदेश के रतलाम के रानीगांव से, जहां एक परिवार में शादी की खुशियां रातों रात मातम में बदल गई. दरअसल, रानीगांव के डोडीया परिवार के दूल्हे अजय सिंह की बारात 7 मई को पास के ही आंबा गांव में जाने वाली थी, लेकिन शादी के 2 दिन पहले ही 24 वर्षीय दूल्हे अजय सिंह की अचानक तबीयत बिगड़ गई. परिजन उसे तत्काल इलाज के लिए जावरा के अस्पताल लेकर गए, लेकिन उपचार के दौरान ही दूल्हे ने दम तोड़ दिया.

डोडीया परिवार के अजय सिंह की शादी पिपलोदा तहसील के आंबा गांव में तय हुई थी. लॉकडाउन की वजह से केवल घरवालों की उपस्थिति में ही शादी का आयोजन किया जा रहा था. जहां बुधवार शाम अजय सिंह का विवाह मंडप सजाया गया था, लेकिन देर रात अचानक से अजय की तबीयत खराब हो गई. उल्टी और घबराहट की शिकायत के बाद अजय को उसके परिजन जावरा लेकर गए, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया.

 

अजय अपने परिवार का इकलौता बेटा था. इस बेटे कि शादी के अरमान उसके माता-पिता ने वर्षों से सजा रखे थे, लेकिन बेटे के घोड़ी चढ़ने के पहले ही पिता को अपने बेटे की अर्थी को कांधा देना पड़ा. मृतक अजय के चचेरे भाई वीरपाल सिंह बताया कि अजय सिंह विद्युत विभाग में अस्थाई श्रमिक के तौर पर काम करता था. लॉकडाउन की वजह से परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में ही उसकी शादी का मंडप सजाया गया था. घर के सभी लोग अजय की शादी से बेहद खुश थे, लेकिन रात में अचानक से अजय की तबीयत खराब हो गई और जावरा में उपचार के दौरान ही उसने दम तोड़ दिया.

 

Similar News