TRAI strict steps: स्पैम कॉल्स पर लगाम, टेलीकॉम अनुभव को बेहतर बनाने की पहल
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने उपभोक्ताओं को स्पैम कॉल्स से राहत देने और टेलीकॉम अनुभव को बेहतर बनाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। नए नियमों के तहत स्पैम कॉल्स और प्रमोशनल कॉल्स पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इससे उपभोक्ताओं को इन परेशानियों से काफी हद तक राहत मिलने की उम्मीद है।
स्पैम कॉल्स पर नजर: TRAI की बड़ी कार्रवाई
TRAI ने अगस्त 2023 में स्पैम कॉल्स के खिलाफ सख्त नियम लागू किए। इस दौरान 50 एंटिटीज़ को ब्लैकलिस्ट किया गया और 2.75 लाख मोबाइल नंबरों को डिस्कनेक्ट कर दिया गया। कंज्यूमर्स की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए, प्रमोशनल कॉल्स और बिना रजिस्ट्रेशन के टेलीमार्केटर्स के खिलाफ भी कड़े कदम उठाए गए।
TRAI के आंकड़ों के मुताबिक, स्पैम कॉल्स में अगस्त से अक्टूबर तक 20% की गिरावट दर्ज की गई। अगस्त में स्पैम कॉल्स की संख्या 1.89 लाख थी, जो अक्टूबर तक घटकर 1.51 लाख रह गई।
प्रमोशनल कॉल्स पर रोक
TRAI ने स्पष्ट किया है कि बिना रजिस्ट्रेशन के टेलीमार्केटर्स द्वारा किए गए प्रमोशनल कॉल्स को भी रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नियमों के उल्लंघन पर टेलीमार्केटर्स को पेनल्टी लगाई जाएगी और उनकी सेवाएं दो साल तक के लिए निलंबित की जा सकती हैं। यह कदम प्रमोशनल कॉल्स के दुरुपयोग को रोकने और उपभोक्ताओं को बेहतर अनुभव देने के लिए उठाया गया है।
AI और रोबोकॉल्स पर नजर
स्पैम कॉल्स के बढ़ते मामलों के बीच टेलीकॉम कंपनियां नए तकनीकी समाधान लेकर आई हैं। एयरटेल ने स्पैम कॉल्स की पहचान के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का उपयोग शुरू किया है। यह तकनीक रियल-टाइम में स्पैम कॉल्स और संदेशों की पहचान करती है।
हालांकि, TRAI की रिपोर्ट बताती है कि कुछ टेलीमार्केटर्स अब ऑटोमेटेड सिस्टम का इस्तेमाल कर रोबोकॉल्स बढ़ा रहे हैं। इस पर भी रोक लगाने के लिए नियामक जल्द ही नए नियम लागू करने की योजना बना रहा है।
सर्वे में सामने आए आंकड़े
बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, 309 जिलों के 14,000 मोबाइल उपभोक्ताओं में से 27% ने रोबोकॉल्स प्राप्त करने की शिकायत की। यह दर्शाता है कि समस्या अब भी गंभीर है, लेकिन TRAI द्वारा उठाए गए कदम प्रभावी साबित हो रहे हैं।
उपभोक्ताओं को मिलेगा लाभ
TRAI की नई पहल से रिलायंस जियो, एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और बीएसएनएल जैसे प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटरों के उपभोक्ताओं को सीधा फायदा होगा। कड़ी निगरानी और तकनीकी समाधान के जरिए स्पैम कॉल्स में और कमी आने की संभावना है।