BSNL ने शुरू की डायरेक्ट-टू-डिवाइस सैटेलाइट कनेक्टिविटी, रिमोट इलाकों में मिलेगी बेहतर सेवा

BSNL ने हाल ही में डायरेक्ट-टू-डिवाइस सैटेलाइट कनेक्टिविटी टेक्नोलॉजी की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य रिमोट और दूरदराज के इलाकों में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना है। यह सेवा उन क्षेत्रों में SOS मैसेज, इमरजेंसी कॉल्स और UPI पेमेंट जैसी सुविधाएं प्रदान करेगी, जहां पारंपरिक नेटवर्क कनेक्टिविटी उपलब्ध नहीं है।

Update: 2024-11-23 07:30 GMT

भारत में दूरसंचार सेवा प्रदाता BSNL ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए डायरेक्ट-टू-डिवाइस सैटेलाइट कनेक्टिविटी टेक्नोलॉजी की शुरुआत की है। इस नई सेवा के माध्यम से रिमोट और दूरदराज के इलाकों में बेहतर नेटवर्क कनेक्टिविटी प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। यह कदम उन क्षेत्रों में खासतौर पर प्रभावी होगा, जहां परंपरागत नेटवर्क कनेक्टिविटी की कमी है और इंटरनेट या कॉलिंग सेवाएं पूरी तरह से उपलब्ध नहीं हैं।

BSNL ने इस सेवा के लिए अमेरिकी कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी कंपनी, Viasat से हाथ मिलाया है। Viasat सैटेलाइट कम्युनिकेशन की दुनिया में एक प्रमुख नाम है, और यह साझेदारी BSNL के ग्राहकों के लिए बेहतर और अधिक विश्वसनीय कनेक्टिविटी सेवाएं सुनिश्चित करने में मदद करेगी। इस सेवा के माध्यम से यूजर्स को इमरजेंसी कॉल, SOS मैसेज भेजने, और UPI पेमेंट करने की सुविधा मिल सकेगी, जो खासतौर पर उन इलाकों के लिए महत्वपूर्ण होगी जहां नेटवर्क का कोई विकल्प नहीं है।

क्या है BSNL सैटेलाइट-टू-डिवाइस सर्विस?

यह सेवा विशेष रूप से उन इलाकों के लिए बनाई गई है जहां WiFi या नेटवर्क कवरेज की समस्या है। BSNL का यह नया प्रयास यूजर्स को बिना किसी परेशानी के सैटेलाइट नेटवर्क के माध्यम से सीधे कनेक्ट करने की सुविधा देगा। इस सेवा के तहत यूजर्स इमरजेंसी कॉल्स कर सकते हैं, आपातकालीन संदेश भेज सकते हैं, और यहाँ तक कि डिजिटल भुगतान भी कर सकते हैं, जो सामान्य नेटवर्क कनेक्टिविटी के बिना संभव नहीं हो पाता।

कौन कर सकता है इस सेवा का उपयोग?

हालांकि BSNL ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि इस सेवा का पूरा लाभ कैसे और किस प्रकार से लिया जा सकता है, लेकिन जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार यह सेवा फिलहाल उन यूजर्स के लिए उपलब्ध होगी जो रिमोट और दूरदराज के क्षेत्रों में रहते हैं। BSNL ने अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं किया है कि इसके लिए ग्राहकों को कोई नया प्लान खरीदना होगा या मौजूदा प्लान्स के साथ ही इसका लाभ लिया जा सकेगा।

ट्रायल की शुरुआत

BSNL ने अक्टूबर 2024 में इस डायरेक्ट-टू-डिवाइस सैटेलाइट कनेक्टिविटी की ट्रायल प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस ट्रायल में विशेष रूप से उन क्षेत्रों को शामिल किया गया है, जहां पर सैटेलाइट नेटवर्क की जरूरत है। कंपनी की ओर से उम्मीद जताई जा रही है कि यह सेवा जल्द ही देश भर में लॉन्च की जाएगी।

सैटेलाइट कनेक्टिविटी तकनीक भारतीय उपभोक्ताओं के लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकती है, खासकर उन इलाकों में जहां मोबाइल नेटवर्क या इंटरनेट कनेक्टिविटी सीमित है। BSNL की इस पहल से भारत के ग्रामीण और दूरदराज इलाकों में रहने वाले लोग डिजिटल दुनिया से जुड़ने में सक्षम होंगे, और इससे उनकी जिंदगी में तकनीकी बदलाव आएगा।

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