India-Pak match Controversy: पाकिस्तान ने ICC से की शिकायत, मैच रेफरी को हटाने की रखी मांग..जानिये क्या है पूरा विवाद?
भारत के खिलाड़ियों की ओर से पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार करने के बाद PCB सकते में है, जिसे लेकर पाकिस्तान ने आईसीसी से इसकी शिकायत की है..
India-Pakistan match (NPG file photo)
नई दिल्ली। एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए रोमांचक मुकाबले के बाद मैदान पर हुई एक घटना ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। बीते रविवार को खेले गए मैच में जब भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया, तो इसे लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया। इस 'नो हैंडशेक' मामले ने न सिर्फ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को नाराज़ कर दिया है, बल्कि कई पूर्व क्रिकेटरों और प्रशंसकों के बीच भी बहस छेड़ दी है।
BCCI और सरकार की आपसी सहमति
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय टीम का यह कदम अचानक नहीं था। इसमें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और भारत सरकार की पूरी सहमति थी। यह फैसला लिया गया था कि मैच तो खेला जाएगा, लेकिन दोनों टीमों के बीच कोई दोस्ताना माहौल नहीं दिखेगा। इस फैसले को लेकर खिलाड़ियों और बोर्ड के बीच भी सहमति बनी थी। इस बात को भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने भी मैच के बाद साफ किया। उन्होंने कहा, "कुछ बातें खेल भावना से ऊपर होती हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि यह जीत पहलगाम हमले के पीड़ितों को समर्पित है, जहां पाकिस्तान समर्थक आतंकियों ने 26 भारतीयों की हत्या कर दी थी।
पाकिस्तान ने ICC से की शिकायत
भारतीय टीम के इस रुख पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने कड़ी आपत्ति जताई और इसकी शिकायत अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से की। PCB ने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट को हटाने की भी मांग की, यह आरोप लगाते हुए कि रेफरी ने ही भारतीय टीम के दबाव में दोनों कप्तानों को हाथ न मिलाने के लिए कहा था।
हालांकि, ICC ने पाकिस्तान की इस मांग को तुरंत खारिज कर दिया। ICC ने स्पष्ट कर दिया कि मैच के बाद हाथ मिलाना कोई नियम नहीं है, बल्कि यह सिर्फ खेल भावना का हिस्सा है। एक BCCI अधिकारी ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि भारतीय टीम किसी ऐसे देश से हाथ मिलाने के लिए बाध्य नहीं है, जिसके साथ रिश्ते इतने खराब हों।
क्या पूरे टूर्नामेंट में जारी रहेगा यह सिलसिला?
इस विवाद को लेकर यह जानकारी सामने आई है कि भारतीय टीम पूरे एशिया कप टूर्नामेंट में पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाएगी। इतना ही नहीं, अगर भारतीय टीम 28 सितंबर को फाइनल में पहुंचती है और जीतती है, तो वह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन मोहसिन नकवी से ट्रॉफी भी नहीं लेगी। नकवी इस समय एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के भी अध्यक्ष हैं।
पाकिस्तान में मचा बवाल, PCB ने लिया एक्शन
'नो हैंडशेक' मामले में शिकायत दर्ज कराने में देरी के लिए PCB ने अपने डायरेक्टर ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेट ऑपरेशंस उस्मान वहाला को सस्पेंड कर दिया है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वहाला को टॉस के समय ही शिकायत दर्ज करानी चाहिए थी। इस देरी की वजह से PCB चेयरमैन मोहसिन नकवी ने यह सख्त कदम उठाया।
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर्स भी हुए विवाद में शामिल
इस विवाद में पाकिस्तान के कई पूर्व क्रिकेटर भी कूद पड़े हैं। पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने कहा कि अगर पहलगाम की ही बात है तो भारत को जंग लड़नी चाहिए, न कि क्रिकेट में ऐसी बातें लानी चाहिए। वहीं, पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर और ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने भी इस मामले में राजनीति को न लाने की सलाह दी। अफरीदी ने कहा, "क्रिकेट को क्रिकेट ही रहने दें, इसमें सियासत न करें।"
कौन हैं मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट?
इस विवाद के केंद्र में आए मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर हैं। उन्होंने अपने करियर में 3 टेस्ट और 20 वनडे मैच खेले हैं। 2009 में उन्हें ICC मैच रेफरी के एलीट पैनल में शामिल किया गया था। PCB के आरोपों के बाद उनकी भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं, हालांकि ICC ने उन्हें हटाए जाने की मांग को खारिज कर दिया है।
फिलहाल, इस पूरे मामले पर न तो एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) और न ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की तरफ से कोई आधिकारिक बयान आया है। इस बीच, यह भी खबरें हैं कि अगर पाकिस्तान की मांगें नहीं मानी गईं तो वह टूर्नामेंट से हट सकता है। 21 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच सुपर-4 राउंड में एक और मुकाबला हो सकता है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि उस दिन दोनों टीमों का रुख कैसा रहता है।