छत्तीसगढ़िया ओलंपिक ने बढ़ाया हरेली का मान, गंवई खेल बना छत्तीसगढ़वासियों का शान...
रायपुर 20 जुलाई 2023। हरेली लोगों के लिए इस बार दोगुनी खुशी लेकर आई, क्योंकि इसी दिन से त्तीसगढ़िया ओलंपिक का शानदार आगाज हुआ। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में लोग बडे़ उत्साह से भाग लेते हैं। खासकर गांवों में इसका अलग ही रौनक देखने को मिलता है। गांव-गांव में पारंपरिक खेलों के प्रति एक अच्छा वातावरण निर्मित हुआ है। इस प्रतियोगिता के कई ऐसे क्षण देखने को मिलेंगे, जो लोगों के लिए एक प्रेरणादायी बनेंगे। छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय व एकल दो श्रेणी में आयोजित होगी। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद एवं कुश्ती शामिल हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर के ग्राम पंचायत नवागांव में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने गेड़ी दौड़ को हरी झंडी दिखाकर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरूआत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों को खेल सामग्री का भी वितरण किया। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के आयोजन का ये दूसरा वर्ष है और इसकी लोकप्रियता को देखते हुए पहली बार रस्सी कूद और कुश्ती जैसे खेल भी शामिल किए गए हैं। इस बार छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में 16 पारंपरिक मुकाबलों के साथ 6 चरणों में संपन्न होगी। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में तीन अलग-अलग आयु वर्ग में 30 लाख से ज्यादा महिला एवं पुरूष प्रतिभागी हिस्सा लेंगे और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
पारंपरिक खेलों के लिए बना बढ़िया माहौल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर कहा कि पिछले बार के ओलंपिक में पूरे प्रदेश में अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला। बच्चों से लेकर बुजुर्गों, महिलाओं एवं बच्चों ने इस प्रतियोगिता में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। गांव-गांव में पारंपरिक खेलों के प्रति एक अच्छा वातावरण निर्मित हुआ। इस प्रतियोगिता के कई ऐसे क्षण देखने को मिले जो लोगों के लिए एक प्रेरणादायी बनी। शादी के बाद जो महिलाएं ससुराल चली गई थी, उनकी भी इन खेलों में बड़ी संख्या में भागीदारी रही। घरेलु काम में उलझी महिलाएं जब गेंड़ी, लंगड़ी दौड़, फुगड़ी, रस्साकसी और अन्य खेल प्रतियोगिताओं में खेलते हुए नजर आई तो लोगों ने भी उनकी खूब हौसला अफजाई की। मुख्यमंत्री की भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान भी कई ऐसे प्रतिभागी मिले जिन्होंने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरूआत के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए इसे जारी रखने का आग्रह किया।
मितान क्लब से शुरू होगी प्रतियोगिता
छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का आयोजन ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में सबसे पहले राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर प्रतियोगिता 17 जुलाई से 22 जुलाई तक नॉकआउट पद्धति से होगा। वहीं दूसरा स्तर जोन है, जिसमें 8 राजीव युवा मितान क्लब को मिलाकर एक क्लब होगा। इसका आयोजन 26 जुलाई से 31 जुलाई तक होगा। विकासखंड एवं नगरीय क्लस्टर स्तर पर आयोजन 7 अगस्त से 21 अगस्त तक होगा। जिला स्तर पर आयोजन 25 अगस्त से 04 सितंबर तक होगा। संभाग स्तर पर आयोजन 10 सितंबर से 20 सितंबर तक होगा और अंतिम में राज्य स्तर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। जिसका की आयोजन 25 सितंबर से 27 सितंबर तक होगा।
हर उम्र के प्रतिभागी ले सकेंगे हिस्सा
छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में आयु वर्ग को तीन वर्गों में बांटा गया है। इसमें प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक, दूसरा वर्ग 18-40 वर्ष आयु सीमा तक और तीसरा वर्ग में 40 वर्ष से अधिक उम्र के प्रतिभागी शामिल होंगे। इस प्रतियोगिता में महिला एवं पुरुष दोनों वर्ग में प्रतिभागी भाग ले सकेंगे।
विजेताओं को मिलेंगे पुरस्कार
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में विकासखंड व नगरीय क्लस्टर स्तर पर विजेता प्रतिभागियों से लेकर राज्य स्तर के विजेता प्रतिभागियों को प्रभाणपत्र एवं पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। विकासखंड व नगरीय क्लस्टर स्तर प्रथम आने वाल विजेता खिलाड़ियों को 1000 रूपए, द्वितीय स्थान आने पर 750 रूपए एवं तीसरा स्थान आने पर 500 रूपए की पुरस्कार राशि एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। इसी तरह जिला स्तर पर प्रथम आने वाल विजेता प्रतिभागियों को 2000 रूपए की राशि, द्वितीय आने पर 1500 रूपए और तीसरे स्थान आने पर 1000 रूपए की राशि सहित प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। संभाग स्तर पर विजेता प्रतियोगियों को प्रथम आने पर 3000 रूपए, द्वितीय आने पर 2500 रूपए एवं तीसरे स्थान पाने वाले खिलाड़ियों को 2000 रूपए एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। राज्य स्तर पर ओलंपिक के अंतिम आयोजन में प्रथम आने वाले प्रतिभागियों को 5000 रूपए, द्वितीय आने पर 4500 रूपए एवं तीसरे स्थान आने वाले खिलाड़ियों को 4000 रूपए की राशि और प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे।
प्राथमिक चिकित्सा सुविधा रहेगी उपलब्ध
प्रत्येक आयोजन स्तर पर फर्स्ट एड किट की व्यवस्था एवं स्थानीय स्तर पर यथासंभव आपातकालीन चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता आयोजन समिति द्वारा की जा रही है। आयोजन स्थल पर एंबुलेंस व्यवस्था सुनिश्चित करने की भी जिम्मेदारी आयोजन समिति पर है। खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा जारी निर्देशानुसार महिला खिलाड़ियों के लिए रेफरी एवं निर्णायक महिलाएं ही रखी जाएंगी। इसके अलावा विभाग द्वारा आयोजन के सभी स्तर पर खिलाड़ियों से मान्य पहचान प्रमाण पत्र लिया जाना अनिवार्य किया गया है।
बनी हौसले की कई मिसाल
पिछले साल हुए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में ग्रामीण क्षेत्रों में 25 लाख से ज्यादा एवं नगरों में 01 लाख 30 हजार से ज्यादा लोगों की भागीदारी रही। इस ओलंपिक में कई ऐसे क्षण भी आए जब उम्र की बाधा भी प्रतिभागियों के उत्साह के सामने फिकी पड़ गई तो किसी की शारीरिक अक्षमता भी उनके हौसलों को डिगा नहीं पाई। फुगड़ी में रायपुर संभाग के हरदी ग्राम पंचायत की 65 वर्षीय आशोबाई ने 01 घण्टा 31 मिनट 58 सेकेण्ड तक फुगड़ी खेलकर 40 वर्ष से अधिक आयुवर्ग में जीत हासिल की। यह उनके जज्बे को दर्शाता है। हौसलों से भरपूर एक ऐसे ही कहानी है बस्तर जिला के ग्राम सरगीपाली की रहने वाली गुब्बारी की। जिन्होंने शारीरिक कमियों और विपरित परिस्थितियों के बावजूद पूरे दमखम के साथ इस ओलंपिक में शामिल होकर अपने आप को साबित किया। गुब्बारी की बाएं हाथ की हथेली नहीं है, इसके बावजूद उन्होंने राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर कई खेलों में भाग लिया और सामूहिक खेल कबड्डी और खो-खो में जीत भी हासिल की। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक प्रतियोगिता खिलाड़ियों के लिए खेलों में आगे कैरियर बनाने के रास्ते भी बना रहा है। इस ओलंपिक प्रतियोगिता के माध्यम से रायपुर की नबोनिता बैरा को बिलासपुर खेल अकादमी में प्रशिक्षण का सुनहरा अवसर भी प्राप्त हुआ है।