Physical Relationships : इसलिए कतराती है महिलाएं "physical relationship" से
भारत में लगभग 95% महिलाएं physical relationship पर चुप रहना ही पसंद करती हैं। जबकि 5 प्रतिशत महिलाएं physical relationship के बारे में चर्चा करती हैं।
क्या आप जानते हैं कि महिलाएं आखिर physical relationship में पहल क्यों नहीं करती हैं? क्योंकि physical relationship में पहल न करने का सिर्फ एक कारण नहीं हो सकता। इसके कई कारण हो सकते हैं। जिनके बारे में आज हम आपको बताएंगे.
क्या कहती है रिसर्च
एक शोध के मुताबिक, भारत में लगभग 95% महिलाएं physical relationship पर चुप रहना ही पसंद करती हैं। जबकि 5 प्रतिशत महिलाएं physical relationship के बारे में चर्चा करती हैं। शोध के अनुसार, समाज के कारण ही ज्यादातर महिलाएं physical relationship की पहल नहीं करती हैं। हमारे समाज में 2 तरह के वर्ग हैं- एक वह वर्ग जो physical relationship की बातें खुलकर करता है और दूसरा ऐसा वर्ग है जो physical relationship की बातें नहीं करना चाहता। आइए जानते हैं कि महिलाएं physical relationship में पहल क्यों नहीं करती हैं.
प्यार न करना
हमारे समाज में जब किसी महिला की अरेंज मैरिज होती है। तो ऐसी स्थिति में कई बार देखा गया है कि महिलाएं अपने पार्टनर से प्यार नहीं कर पातीं। उन्हें अपने परिवार की खुशी के लिए शादी करनी पड़ जाती है। ऐसी स्थिति में भी महिलाएं पहल नहीं करती हैं।
आपसी मतभेद के कारण
एक रिश्ते में प्यार भी होता है और लड़ाई भी। पति-पत्नी के बीच झगड़ा होना बहुत आम बात है। कभी कभी ईगो के कारण पति पत्नी में झगड़ा होता है। जिसके कारण महिलाएं गुस्से में physical relationship के लिए मना कर देती हैं। ऐसी स्थिति में महिलाएं physical relationship की पहल भी नहीं करती हैं।
समाज का डर
महिलाओं को हमेशा ही एक डर सताता रहता है कि ‘समाज क्या कहेगा’। हमारे समाज में महिलाएं physical relationship को लेकर बातें नहीं करती हैं। वह पहल भी नहीं करती हैं। अगर वह physical relationship में पहल करना भी चाहती हैं तो उन्हें लगता है कि कहीं न कहीं उनका पार्टनर ऐसा करने पर उन्हें गलत न समझ ले। इस कारण महिलाएं पहल करने से कतराती हैं।
संस्कार के खिलाफ
जैसा कि हमने आपको बताया कि कई महिलाएं समाज के डर से physical relationship की पहल नहीं करती हैं। इसी के साथ ही बहुत सी महिलाएं गलत धारणा का शिकार हो चुकी हैं। उन्हें लगता है कि physical relationship की शुरुआत महिलाओं को नहीं करनी चाहिए। इसलिए वह इसकी शुरुआत नहीं करती हैं। महिलाओं को लगने लगा है कि अगर वह पहल करेंगी तो ये उनके संस्कार के खिलाफ होगा।
बीमार होने पर
जब महिलाएं बीमार हो जाती हैं, ऐसी स्थिति में भी महिलाएं physical relationship से कतराती हैं। वह ऐसी स्थिति में पहल भी नहीं करना चाहतीं।