Manner of Speaking : व्यक्ति के बोलचाल का तरीका बहुत कुछ कहता है उसके बारे में

किसी भी व्यक्ति के बाते करने के तरीके से आप जान सकते हैं कि उसका असली स्वभाव कैसा है वह अंदर से किस स्वभाव का है। तो चलिए जानते हैं कि किस तरह बात करने वाले लोग किस स्वभाव के होते हैं।

Update: 2024-06-10 10:51 GMT

 Manner of Speaking : हम सब के बोलने, बात करने का तरीका अलग-अलग होता है। आप भले ही इस पर कोई विशेष ध्यान न देते हो लेकिन सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बोलचाल का तरीका उसके बारे में बहुत कुछ कहता है।

किसी भी व्यक्ति के बाते करने के तरीके से आप जान सकते हैं कि उसका असली स्वभाव कैसा है वह अंदर से किस स्वभाव का है। तो चलिए जानते हैं कि किस तरह बात करने वाले लोग किस स्वभाव के होते हैं।




 बहुत जल्दी-जल्दी स्पष्ट न बोलने वाले

सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जो लोग बहुत तेजी से जल्दी-जल्दी बोलते हैं और अपनी कोई भी बात स्पष्ट लहजे में बात नहीं करते है, ऐसे लोग अपने मन में न ही कुछ छिपाकर रख पाते हैं और न ही कोई बात स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं। ऐसे में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसे लोग विश्वास के पात्र नहीं माने जाते हैं। इनपर पूरी तरह आंख मूंदकर विश्वास नहीं करना चाहिए।


अपेक्षाकृत ऊंचे स्वर में बोलने वाले

सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जो लोग दूसरों की अपेक्षा ऊंचे स्वर में बात करते हैं, और उनकी आवाज अपेक्षाकृत तेज होती है। ऐसे लोगों का स्वभाव हठी होता है। ये लोग जिद्दी किस्म के होने के साथ अपनी राय दूसरों पर थोपना पसंद करते हैं। ये लोग दूसरों का ध्यान अपनी और आकर्षित करना चाहते हैं।


कर्कशतापूर्ण बोलने वाले बोलते वाले

जो लोग हमेशा कर्कशतापूर्ण बोलते हैं और बोलते समय उनके शब्द टूटे हुए से लगते हैं, तो ऐसे लोग झगड़ालू प्रवृति के होते हैं। कर्कश वाणी बोलने का कारण व्यक्ति के अंदर छिपी पीड़ा भी होती है।


दहाड़ कर बोलने वाले

जिन लोगों की आवाज आराम से बात करते हुए भी दहाड़ती और घुर्राने जैसी प्रतीत होती है, ऐसे लोगों के बारे में सामुद्रिक शास्त्र कहता है कि ये लोग गंभीर और संयमी स्वभाव के होते हैं। ऐसे लोग गहन अध्ययन करना पसंद करते हैं। इसी कारण ये लोग विद्वान होते हैं।


गंभीर रूप से बात करने वाले

जिन लोगों की आवाज में बात करते समय गंभीरता और संतुलन झलकता है, वे लोग अपने कार्यों और कर्तव्यों को लेकर जिम्मेदार होते हैं। ये लोग अपने कार्यों को व्यवस्थित तरीके से करते हैं और समाज के हित में भी कार्य करने में विश्वास करते हैं।




 


सामान्य से तेज आवाज में बोलने वाली स्त्री

सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिस स्त्री की आवाज सामान्य से काफी तेज होती है तो ऐसी स्त्री में अहंकार की भावना होती है लेकिन इसके साथ ही इनमें अनुशासन और नेर्त्वक क्षमता भी बहुत अच्छी होती है। ये अपने परिवार को भी नियंत्रण और अनुशासन में रखती हैं। बात इनके कार्यों की जाए तो ये उच्च प्रशासनिक पदों पर आसीन होती हैं।


बहुत ही धीमे दबे हुए स्वर में बोलने वाले

जो लोग बहुत ही धीमे और दबे हुए स्वर में बोलते हैं और अपनी बात स्पष्ट रूप से नहीं रखते हैं, ऐसे लोगों में कहीं न कहीं आत्मविश्वास और बुद्धि की कमी होती है। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार ऐसे लोग कमजोर इच्छाशक्ति और धूर्त स्वाभाव के होते हैं।


Full View


Tags:    

Similar News