रिश्तों में खुशहाली और सामंजस्य बनाए रखने के लिए एक-दूसरे को समय देना बेहद महत्वपूर्ण होता है। हालांकि, आजकल की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में अक्सर यह होता है कि पति-पत्नी या साथी एक-दूसरे को समय नहीं दे पाते, जिसका असर उनके रिश्ते पर पड़ता है। यह स्थिति तब और जटिल हो जाती है जब दोनों पार्टनर अपने-अपने स्मार्टफोन में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि वे एक-दूसरे की बातों को नज़रअंदाज करने लगते हैं। इस तरह के व्यवहार को "फबिंग" (Phubbing) कहा जाता है, जो रिश्तों में दरार डाल सकता है।
फबिंग क्या है?
फबिंग वह स्थिति है जब आप अपने पार्टनर से बात करते हुए भी अपने फोन में इतने व्यस्त होते हैं कि आपको यह एहसास ही नहीं होता कि सामने आपके पार्टनर का ध्यान भी चाहिए। अगर आप अपने साथी से बातचीत करते हुए भी अपने फोन में लगे रहते हैं, तो यह आपके रिश्ते के लिए एक खतरनाक संकेत हो सकता है। यह आदत रिश्ते में इमोशनल डिस्टेंस और नकारात्मकता को बढ़ा सकती है।
फबिंग का रिश्तों पर असर
इमोशनल अटैचमेंट में कमी
जब आप अपने पार्टनर के साथ समय बिताने के बजाय अपने फोन में व्यस्त रहते हैं, तो इससे इमोशनल अटैचमेंट में कमी आने लगती है। रिश्ते में प्यार और संवाद की अहमियत होती है, और अगर आप अपने साथी को समय नहीं देंगे, तो वो अकेलापन और निराशा महसूस करने लगेगा। इससे रिश्ते में दिक्कतें बढ़ सकती हैं और पार्टनर की भावनाओं पर असर पड़ सकता है।शक और संदेह का आना
जब एक पार्टनर दूसरे से बात करते हुए भी अपने फोन में लगे रहता है, तो दूसरे पार्टनर को यह महसूस हो सकता है कि उसका महत्व कम हो गया है। यह शक और संदेह को जन्म दे सकता है। पार्टनर सोचने लगता है कि क्या फोन पर बात करने वाला व्यक्ति इतना महत्वपूर्ण है कि उसे उसे इग्नोर किया जा रहा है? इस तरह की सोच रिश्ते में खटास और झगड़े को जन्म देती है।गुस्से और अकेलेपन का अहसास
रिश्ते में फोन के अधिक इस्तेमाल से अकेलापन महसूस होना एक सामान्य बात है। जब एक पार्टनर अपने फोन पर ध्यान देता है, तो दूसरा व्यक्ति गुस्से में आ सकता है और उसे अकेला महसूस हो सकता है। खासकर, बेडरूम जैसे निजी समय में जब दोनों साथ होते हैं, तो यदि एक व्यक्ति फोन पर ध्यान दे रहा है, तो दूसरे पार्टनर को यह स्थिति गुस्से और निराशा में बदल सकती है।
फबिंग से कैसे बचें?
फबिंग से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि जब आप अपने पार्टनर के साथ समय बिता रहे हों, तो फोन को पूरी तरह से नजरअंदाज करें। पार्टनर को समय देने से रिश्ता मजबूत होता है और आप दोनों के बीच संवाद भी बेहतर रहता है। अगर आपका साथी फोन में ज्यादा व्यस्त है, तो इस पर खुलकर बात करें और उसे समझाएं कि यह आदत रिश्ते को नुकसान पहुंचा सकती है। दोनों पार्टनर को चाहिए कि वे एक-दूसरे के साथ समय बिताने के लिए जरूरी कदम उठाएं और फोन से थोड़ा दूरी बनाए रखें।