Surya Grahan 2023: सूर्य ग्रहण के समय प्रेग्नेंट लेडी रखें विशेष ख्याल, जानिए ग्रहण खत्म होने के बाद किये जाने वाले काम का महत्व

Surya Grahan 2023: साल का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2023) वैशाख माह में लग रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा , लेकिन सूर्य ग्रहण में कुछ बातो पर ध्यान देना जरूरी होता है...

Update: 2023-04-10 07:30 GMT

Surya Grahan 2023: आज यानी 20 अप्रैल को साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार साल का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2023) वैशाख माह में लग रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा यानी अन्य राज्यों में इसका कोई भी प्रभाव नहीं होगा।

बता दें कि  इस बार सूर्य ग्रहण के दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा। वहीं, ज्योतिषियों का कहना है कि ग्रहण शब्द ही नकारात्मक है। इसलिए ग्रहण कैसा भी हो, मानव जीवन पर उसका प्रभाव अवश्य पड़ता है। तो ऐसे में हम आपको कुछ ऐसी सावधानियों (Precautions) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका ग्रहण के दौरान खास ध्यान रखा जाना चाहिए। नहीं तो इसका जीवन पर बुरा असर भी पड़ सकता है। तो चलिए जानते हैं जानते हैं इनके बारे में-

सूर्य ग्रहण के समय क्या न करें ये काम

ग्रहण के दौरान शुभ कार्य को करने से बचें।इस दौरान भोजन न बनाएं।ग्रहण के दौरान बालों कंघी न करें।इस दौरान लोगों को दातुन करने से भी बचना चाहिए।धारदार वस्तुओं का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।ग्रहण के समय भगवान की प्रतिमाओं को छूने से बचें।इस दौरान सोना बिल्कुल नहीं चाहिए।

सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं रखें विशेष ध्यान

गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय खास ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान बिल्कुल भी चाकू और कैंची का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। साथ ही ग्रहण की घटना देखने से बचना चाहिए। ग्रहण के दौरान घर में ही रहें, बाहर न निकलें। ऐसा कहा जाता है कि अगर गर्भवती महिलाएं ग्रहण की घटना को देख लेती हैं तो उनके गर्भ में पल रहे बच्चे को शारीरिक या मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

सूर्य ग्रहण के समय ग्रहण के दौरान क्या करें

  • इस दौरान अपने ईष्ट देव की अराधना मन में करें।
  • ग्रहण लगने से पहले खाने पीने की वस्तुओं में तुलसी के पत्ते डाल दें।
  • ग्रहण के बाद क्या करेंसूर्य ग्रहण खत्म हो जाने के बाद घर की सफाई कर लें।
  • ग्रहण के बाद खुद भी स्नान करें।
  • स्नान करने के बाद आटा, चावल व अन्य खाद्य सामग्री जरूरतमंदों को दान कर दें। 

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सूर्य ग्रहण कब लगता है

सूर्य सौरमंडल के केंद्र में स्थित है। सभी ग्रह सूर्य के चारों तरफ चक्कर लगाते रहते हैं। सूर्य का चक्कर लागने वाले ग्रह उपग्रह भी हैं। जो ग्रहों के चक्कर लगाते हैं। पृथ्वी का उपग्रह चंद्रमा है। चक्कर लगाने के दौरान चंद्रमा जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है तो सूर्य की रोशनी को आंशिक या पूर्ण रूप से ढक देता है। ऐसी स्थिति को सूर्य ग्रहण कहा जाता है।

यानि जब चंद्र पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए, सामान्य की तुलना में उससे दूर हो जाता है। इस दौरान चंद्र सूर्य और पृथ्वी के बीच होता है, लेकिन उसका आकार पृथ्वी से देखने पर इतना नज़र नहीं आता कि वह पूरी तरह सूर्य की रोशनी को ढक सके। इस स्थिति में चंद्र के बाहरी किनारे पर सूर्य काफ़ी चमकदार रूप से रिंग यानि एक अंगूठी की तरह प्रतीत होता है। इस घटना को ही वलयाकार सूर्य ग्रहण कहते है।

2023 में कुल दो सूर्य ग्रहण घटित होने वाले हैं। इनमें से पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को तो साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को घटित होगा।

सूर्य ग्रहण के बाद दान का महत्व

सूर्य ग्रहण के बाद दान का 10 करोड़ गुणा लाभ मिलता है। इसलिए दान करना चाहिए।

सूर्य ग्रहण के खत्म होते ही सबसे पहले घर-मंदिर की सफाई करें।

उसके बाद स्नान कर पूरे घर में गंगाजल छिड़के।

फिर पूजा पाठ और धार्मिक काम करने के बाद दान करें।

दान में गेहूं, जरूरतमंदों को दान, पक्षियों को दाना डालें।

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