Adhik maas ki shivratri kab h 2023: अधिक मास की शिवरात्रि कब है 2023?, इस दिन किये इन उपायों से होगी बरकत

Adhik maas ki shivratri kab h 2023: कब है अधिक मास में शिवरात्रि की तिथि. साल में 12 शिवरात्रि पड़ती है। अधिक मास की वजह से इस साल 2023 में 13 शिवरात्री पड़ रही है।

Update: 2023-08-04 12:23 GMT
Adhik maas ki shivratri kab h 2023: अधिक मास की शिवरात्रि कब है 2023?, इस दिन किये इन उपायों से होगी बरकत
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अधिक मास की शिवरात्रि कब है 2023?: साल में 12 शिवरात्रि पड़ती है।  अधिक मास की वजह से  इस साल 2023 में 13 शिवरात्री पड़ रही है। सावन के कृष्‍ण पक्ष की पहली मासिक शिवरात्रि 15 जुलाई थी और दूसरी  अधिक मास मासिक शिवरात्रि 14 अगस्त 2023 सोमवार के दिन मासिक को है। शिवरात्रि का व्रत कृष्ण पक्ष के दौरान चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि के रूप में जाना जाता है। शिवरात्रि शिव और शक्ति के अभिसरण का महान पर्व है। मासिक का अर्थ है ‘महा या महीना’ और शिवरात्रि का अर्थ है ‘भगवान शिव की रात’। भारतीय पौराणिक कथाओं के अनुसार, महा शिवरात्रि की मध्यरात्रि में भगवान शिव लिंग के रूप में प्रकट हुए थे। शिव लिंग की पूजा सबसे पहले भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा ने की थी। यह दिन हर महीने मनाया जाता है जबकि महाशिवरात्रि साल में एक बार आती है। मासिक शिवरात्रि का व्रत, मनोवांछित सहयोगियों की प्राप्ति में मदद करता है।

अधिक मास की शिवरात्रि जानते हैं  पूजा के शुभ मुहूर्त

: हर माह चतुर्दशी को शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। अब 14 अगस्त 2023 सोमवार के दिन मासिक शिवरात्रि रहेगी। यह शिवरात्रि अधिक श्रावण की है। इस दिन श्रावण सोमवार का व्रत भी रखा जाएगा।

पूजा के शुभ मुहूर्त :-

अभिजित मुहूर्त : दोपहर 12:19 से 01:11 तक।

विजय मुहूर्त : दोपहर 02:55 से 03:47 तक।

अमृत काल : दोपहर 03:16 से 04:47 तक।

गोधूलि मुहूर्त : शाम 07:16 से 07:38 तक।

अधिक मास की शिवरात्रि पर पढ़ें मंत्र

वैसे तो साल में एक बार मनाई जाने वाली महाशिवरात्रि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है, लेकिन इसके अलावा भी वर्ष में कई शिवरात्रियाँ आती हैं जिन्हें प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाते हैं। परंतु श्रावण मास की मासिक शिवरात्रि महत्वपूर्ण होती है। इस दिन व्रत करने से हर मुश्किल कार्य आसान हो जाता है और जातक की सारी समस्याएं दूर होती हैं।इस दिन इन मंत्रों और स्तुति से करें पाठ। भगवान शिव करेंगें हर इच्छा पूरी

महामृत्युंजय मंत्र, शिव मूल मंत्र,श्री शिव ध्यानम,ॐ नमः शिवाय,कर्पूरगौरं करुणावतारम् मंत्र,शिव मंत्र अवन्तिकायां विहितावतारं

शिव ध्यान मंत्र

निर्वाण षटकं 6

भविष्यपुराणम - सूर्यतेजोवर्णनम

काशी विश्वनाथ - शिव मंत्र

चालीसा

श्री शिव चालीसा

स्तुति

शिवरात्रि स्तुति

स्तोत्रं

शिव ताण्डव स्तोत्र

शिव रुद्राष्टकम स्तोत्रम

महामृत्युञ्जयस्तोत्रम्

अधिक मास की शिवरात्रि के उपाय

  • अधिक मास की शिवरात्रि के दिन शिवलिंग को पंचामृत से स्नान कराएं। पंचामृत दूध, दही, चीनी और घी से बनता है। इससे अभिषेक करने से शिव जी अति प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
  • बिना कटे-फटे 21 बेलपत्र ले लें और उन्हें धोकर साफ कर लें और चंदन से ‘ऊं नम: शिवाय:’ लिखें। इसके बाद इन्हें शिवलिंग में चढ़ा दें। बेलपत्र चढ़ाते समय शिवलिंग से अपनी कामना जरूर करें।
  • सावन शिवरात्रि की शाम को शिव मंदिर जाकर घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से भोलेनाथ सुख-शांति, धन-संपदा का आशीर्वाद देते हैं।
  • हिंदू धर्म में दान का विशेष महत्व है। इसी तरह मासिक शिवरात्रि के दिन जरूरतमंद और गरीब लोगों को भोजन कराएं। इसके साथ ही वस्त्र आदि का दान करें। ऐसा करने से घर में बरकत बढ़ती है।

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