3March 2023 Panchang in Hindi: शुक्रवार एकादशी का दैनिक पंचांग 3 मार्च 2023 और शुभ-अशुभ मुहूर्त देखें
आज की तिथि 3 मार्च 2023 फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष एकादशी 09:11 AM तक उसके बाद द्वादशी है । देखिए आज का पंचांग...
आज 3 मार्च का पंचांग- हिन्दू मास एवं वर्ष,शक सम्वत- 1944 शुभकृत्,विक्रम सम्वत- 2079,आज की तिथि-तिथि-एकादशी 09:11 AM तक उसके बाद द्वादशी,आज का नक्षत्र-पुनर्वसु 03:43 PM तक उसके बाद पुष्य,आज का करण-वणिज और विष्टि,आज का पक्ष- शुक्ल पक्ष,आज का योग- शोभन,आज का वार-शुक्रवार,
सूर्योदय-6:50 AM
सूर्यास्त--6:26 PM
चन्द्रोदय- 03 2:57 PM ,3 मार्च
चन्द्रास्त-4:55 AM, 4 मार्च
सूर्य - कुंभ राशि में प्रवेश
चन्द्रमा- 08:58 AM तक चन्द्रमा मिथुन उपरांत कर्क राशि पर संचार करेगा।
दिन- शुक्रवार
माह- फाल्गुन
व्रत-आमलकी एकादशी,गोविंद द्वादशी
आज का शुभ मुहूर्त- अभिजीत मुहूर्त-12:15 PM से 01:02 PM, अमृत काल--- 01:01 PM से 02:49 PM,ब्रह्म मुहूर्त-05:14 AM से 06:02 AM,विजय मुहूर्त-02:07 PM से 02:53 PM,गोधूलि मुहूर्त-05:49 PM से 06:13 PM,निशिता काल-11:45 PM से 12:37 AM, 4 मार्च,
आज का शुभ योग -सर्वार्थ सिद्धी योग-06:20 AM से 03:43 PM
आज का अशुभ समय- राहु काल -11:12 AM से 12:39 PM तक,कालवेला / अर्द्धयाम-14:53:51 से 15:40:35 तक,दुष्टमुहूर्त-09:10 AM से 09:56 AM, 01:02 PM से 01:48 PM,यमगण्ड-3:33 PM से 5:00 PM,भद्रा--07:47:25 से 09:15:02 तक,गुलिक-06:20 AM से 09:11 AM,गंडमूल-नहीं है
आज का चौघड़िया
दिन - चर 06:50 AM 08:17 AM,लाभ 08:17 AM 09:44 AM,अमृत (वार वेला) 09:44 AM 11:11 AM,काल (काल वेला) 11:11 AM 12:38 PM,शुभ 12:38 PM 14:05 PM,रोग 14:05 PM 15:32 PM,उद्बेग 15:32 PM 16:59 PM, चर 16:59 PM 18:26 PM
रात - रोग 18:26 PM 19:59 PM,काल 19:59 PM 21:32 PM,लाभ (काल रात्रि) 21:32 PM 23:05 PM,उद्बेग 23:05 PM 00:38 AM,शुभ 00:38 AM 02:11 AM,अमृत 02:11 AM 03:44 AMचर 03:44 AM 05:17 AM रोग 05:17 AM 06:50 AM
आज का पंचांग
आज का पंचांग हमारे दैनिक रोजमर्रा के कामों के लिये काफी मददगार हो सकता है। हमें पता रहता है कि आज हमारे लिये कौनसा समय महत्वपूर्ण कार्यों को करने या निर्णयों को लेने के लिये शुभ परिणाम देने वाला रहेगा। इस प्रकार पंचांग की मदद से हम अपने दिन की एक बेहतर योजना बना सकते हैं। यदि पंचांग के अनुसार आज के लिये हमारे ग्रहों की दशा व दिशा शुभ संकेत नहीं कर रही है तो हम अपने कार्यों को थोड़े समय के लिये होल्ड कर सकते हैं या फिर आवश्यक कार्य बिना किसी लापरवाही के सावधानी के साथ निपटा सकते हैं। कुल मिलाकर समय के अनुसार हम सतर्क रह सकते हैं। तिथि, वार, नक्षत्र, योग एवं करण दैनिक पंचांग के मुख्य पांच अंग होते हैं।