2 October 2025 ka Panchang : आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि, आज दशहरा का पर्व
आज सुकर्मा योग होने से धन धान्य प्राप्ति का योग है | विजय मुहूर्त दोपहर 1.52 बजे से 2.40 बजे के मध्य भगवान् का पूजन करें तथा राम रक्षा स्त्रोत्र का पाठ करें |
2 October 2025 ka Panchang : दैनिक पंचांग के अनुसार आज 02 अक्टूबर 2025, गुरुवार का दिन है. आज आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है और इस दिन दशहरा का पर्व मनाया जाता है, जिसे विजयदशमी भी कहते हैं. आइए जानते हैं आज कैसी रहेगी राहुकाल की स्थिति और दिनभर के शुभ व अशुभ मुहूर्त के बारे में.
2 अक्तूबर 2025 का पंचांग ज्योतिषाचार्य डॉ.दत्तात्रेय होस्केरे के अनुसार
तिथि संवत : आश्विन मास शुक्ल पक्ष दशमी गुरुवार रात्री 7.10 तक रहेगी |
विक्रम संवत 2082, शाके 1947 हिजरी 1447 सूर्य दक्षिणायन शरद ऋतु|
सूर्योदय कालींन नक्षत्र : सूर्योदय के समय उत्तराषाढ़ा नक्षत्र प्रात: 9.12 बजे तक तत्पश्चात श्रवण |सुकर्मा योग|गर करण
सूर्योदय कालीन ग्रह विचार(प्रात: 5.30) : सूर्य : कन्या चन्द्र: मकर मंगल: तुला बुध: कन्या गुरु: मिथुन शुक्र: सिंह शनि: मीन | राहू: कुम्भ केतु : सिंह राशि मे स्थित हैं|
राहुकाल : दोपहर 1.22 से 2.51
आज का सूर्यास्त : 5.47 कल का सूर्योदय 5.59
दिशाशूल : दक्षिण | आवश्यक हो तो दही से बनी वस्तु खा कर निकले
शुभाशुभ ज्ञानम् : आज विजय दशमी है श्रीराम भगवान् के आराधना का दिन | सुकर्मा योग है तथा अपराजिता पूजन से धन धान्य की प्राप्ति होगी |
आज का शुभ चौघडिया :
शुभ: प्रात: 5.56 से 7.25
चर:: प्रात: 10.24 से 11.53
लाभ:: प्रात: 11.53 से 1.22
अमृत: दोपहर 1.22 से 2.51
शुभ: दोपहर 4.20 से 5.50
अमृत: सायंकाल 5.50 से 7.20
चर:: रात्री 7.20 से 8.51
आज जन्मे बच्चो के नाम और राशी :
प्रात: 9.12 तक उत्तराषाढ़ा चरण 4 राशी मकर पाया ताम्र नामाक्षर जी
दोपहर 3.21 तक श्रवण चरण 1 राशी मकर पाया ताम्र नामाक्षर खी
रात्री 9.28 तक श्रवण चरण 2 राशी मकर पाया ताम्र नामाक्षर खु
रात्री 3.32 तक श्रवण चरण 3 राशी मकर पाया ताम्र नामाक्षर खे
आराधना ऊँ बुद्धिभूतं त्रिलोकेशम तं नमामि ब्रुहस्पतिम वासुदेवाय सच्चिदानंद स्वरूपाय श्रीकृष्णाय नम:
खरीददारी का शुभ समय : सायंकाल 5.05 से 7.35 बजे तक|
आज विशेष : आज सुकर्मा योग होने से धन धान्य प्राप्ति का योग है | विजय मुहूर्त दोपहर 1.52 बजे से 2.40 बजे के मध्य भगवान् का पूजन करें तथा राम रक्षा स्त्रोत्र का पाठ करें |