PHE Minister Sampatiya Uikey: मंत्री संपतिया उइके पर 1000 करोड़ रुपए की घूस लेने का आरोप, PMO ने मांगी रिपोर्ट, राजनीति में आया भूचाल

Sampatiya Uikey Par Ghus Lene Ka Aarop: भोपाल: मध्यप्रदेश के आदिवासी नेता और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उइके (PHE Minister Sampatiya Uikey) की मुश्किलें बढ़ गई है। दरअसल, जल जिवन मिशन के तहत 1000 करोड़ रुपए का घूस लेने का आरोप (Ghus Lene Ka Aarop) लगा है। यह आरोप पूर्व विधायक किशोर समरीते की ओर से की गई शिकायत के आधार पर सामने आया है। पूर्व विधायक ने इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को 12 अप्रैल 2025 को पत्र भेजकर इसकी शिकायत की थी

Update: 2025-07-01 11:59 GMT

Sampatiya Uikey Par Ghus Lene Ka Aarop: भोपाल: मध्यप्रदेश के आदिवासी नेता और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उइके (PHE Minister Sampatiya Uikey) की मुश्किलें बढ़ गई है। दरअसल, जल जिवन मिशन के तहत 1000 करोड़ रुपए का घूस लेने का आरोप (Ghus Lene Ka Aarop) लगा है। यह आरोप पूर्व विधायक किशोर समरीते की ओर से की गई शिकायत के आधार पर सामने आया है। पूर्व विधायक ने इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को 12 अप्रैल 2025 को पत्र भेजकर इसकी शिकायत की थी, जिसके बाद  प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने राज्य सरकार से एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट तलब किया है।  

सत्तापक्ष की किरकिरी 

इस मामले ने मध्यप्रदेश की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे दिया है, जहां सत्तापक्ष की किरकिरी हो रही है और विपक्ष इस मुद्दे को भुनाने में लगा है। अब देखना होगा कि PMO की रिपोर्ट के जवाब में राज्य सरकार क्या कदम उठाती है और यह मामला आगे किस दिशा में बढ़ता है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिस विभाग की मंत्री खुद प्रमुख है, उसी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने उनके खिलाफ प्रारंभिक जांच के आदेश जारी किए हैं। प्रारंभिक जांच के आदेश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रमुख अभियंता संजय अधवान ने जारी किया है। बाद में विभाग ने इसका खंडन करते हुए कहा कि आदेश की प्रक्रिया स्पष्ट नहीं है। साथ ही इसे गलत तरीके से लिया गया है। 

PMO तलब किया रिपोर्ट 

शिकायत में यह दावा किया गया कि केंद्र सरकार की ओर जल जीवन मिशन के तहत भेजे गए 30,000 करोड़ में से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उइके (Sampatiya Uikey) ने कमीशन के तौर पर 1000 करोड़ रुपए लिए और इसमें विभाग के कार्यपालन यंत्र भी शामिल थे। शिकायत के बाद  प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने राज्य सरकार से पहली खर्च का पूरा ब्यौरा, उपयोगिता प्रमाण पत्र और मंत्री सहित अधिकारियों की संपत्ति की जानकारी मांगी है।

आरोपों को बताया निराधार

इन आरोपों पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उइके (Sampatiya Uikey) का बयान भी सामने आया है, उन्होंने कहा कि मामले की जांच होनी चाहिए। यह सब परेशान करने की साजिश है। वहीं उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार पारदर्शिता और भ्रष्टाचार के खिलाफ है। अगर कोई शिकायत आती है तो हम खुद जांच करवाते हैं। फिलहाल उन्होंनेे मुख्यमंत्री से नुलाकात के बाद प्रेस कॉफ्रेंस की बात कही है। 

विपक्ष का सरकार पर हमला

इधर विपक्ष ने इस मामले को मुद्दा बनाते हुए सरकार पर हमला बोला है और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उइके (Sampatiya Uikey) से इस्तेफे की मांग की है। उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने सरकार पर  निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री के विभाग के ही अधिकारी अगर जांच करेंगे तो निष्पक्षता की उम्मीद नहीं की जा सकती। वहीं उन्होंने CBI से हाईकोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है। 




Tags:    

Similar News