Minister Gajendra Yadav: दमदार मंत्री! भारी सियासी प्रेशर के बाद भी स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने जेडी को हटाने में कोई मरौव्वत नहीं की, ऐसे हटाया...
Minister Gajendra Yadav: बस्तर के ज्वाइंट डायरेक्टर स्कूल शिक्षा की आखिरकार छुट्टी हो गई। उन्हें न केवल हटाया गया बल्कि फौरन एकतरफा रिलीव कर दिया गया। स्कूल शिर्क्ष्ा मंत्री की इस दमदारी से सूबे के शिक्षकों में खुशी व्याप्त है। असल में, शिक्षकों ने जेडी को न हटाने पर हड़ताल की चेतावनी दे डाली थी। स्कूल शिक्षा मंत्री के दमदार फैसलों से विभाग में खलबली मची हुई है...खासकर, सालों से अंगद की तरह जमे शिक्षा माफियाओं में।
Minister Gajendra Yadav: रायपुर। करीब महीने भर की रस्साकशी के बाद बस्तर के संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा राकेश पाण्डेय को सरकार ने हटा दिया। उन्हें न केवल हटाया गया बल्कि देर शाम ट्रांसफर आर्डर निकला और अगले दिन सुबह उन्हें एकतरफा कार्यमुक्त कर दिया गया। जेडी पर आरोप था कि वे रील्स बनाने के लिए कार्रवाई करते हैं। उन्होंने जींस पहनकर आने पर एक शिक्षक को भगा दिया था।
बताते हैं, जेडी राकेश पाण्डेय ने एक स्कूल का निरीक्षण किया था। उसमें कथित खामियां पाई जाने पर स्कूल के शिक्षकों को अपने दफ्तर बुलाया था। एक शिक्षक जींस पहनकर आ गया, उस पर जेडी भड़क गए। उन्होंने उसके साथ दुर्व्यवहार करते हुए भगा दिया। यह मामला काफी तूल पकड़ लिया। शिक्षक संघों के नेता जेडी के खिलाफ सड़क पर उतर आए। शिक्षकों ने रैली निकाल जेडी ऑफिस का घेराव किया, बस्तर कमिश्नर कार्यालय के सामने नारेबाजी की गई। शिक्षकों नेताओं ने कहा था कि जेडी को अगर नहीं हटाया गया तो पूरे प्रदेश के शिक्षक हड़ताल पर चले जाएंगे।
स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने इसको संज्ञान में लिया। अफसरों से उन्होंने इस संबंध में बात की। प्रारंभिक रिपोर्ट में जेडी के खिलाफ मामला सही पाया गया। मंत्री को बताया गया कि जेडी की सारी कार्रवाइया रील्स बनाने पर केंद्रित रहती है। जींस पहने शिक्षक को भगाने का मसला भी सोशल मीडिया की पापुलरिटी से जुड़ा था। शिक्षकों ने इसे गंभीरता से लिया।
जेडी की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल शिक्षा मंत्री ने तुरंत राकेश पाण्डेय को हटाने के लिए नोटशीट चलाई। इसकी खबर भी तेजी से फैली। शिक्षा जगत में बात फैल गई कि बस्तर जेडी को हटाया जा रहा है। ये बात दिवाली से पहले की है। मगर आदेश निकलने में 17 से 18 दिन लग गया। इसकी वजह थी सियासी प्रेशर। बस्तर जेडी को बचाने बस्तर से लेकर बिलासपुर, सरगुजा तक के बीजेपी नेताओं की सिफारिशे लगाई गई। कई विधायकों से फोन कराया गया। मगर मंत्री गजेंद्र यादव टस-से-मस नहीं हुए। उन्होंने दो टूक कह दिया कि बस्तर जेडी को वे नहीं बख्शेंगे...उन्हें हटना ही होगा। शिक्षा मंत्री के सामने भी मजबूरी थी। शिक्षक संघों ने जेडी को न हटाने पर स्कूलों में हड़ताल कर देने का ऐलान कर दिया था।
शिक्षकों के व्हाट्सएप ग्रुपों में जेडी के खिलाफ लगातार आग उगले जा रहे थे। जेडी राकेश पाण्डेय की फोटो डाले जा रहे थे, जिसमें वे खुद जींस पहने ऑफिस में दिख रहे थे। बस्तर के जेडी ऑफिस के अधिकारियों, कर्मचारियों की फोटो शेयर की जाने लगी, जिसमें जेडी के बगल में खड़े कई अधिकारी जींस पहने हुए हैं। बहरहाल, मंत्री गजेंद्र यादव ने जेडी की छुट्टी कर दी।
कई दमदार फैसले
गजेंद्र यादव को स्कूल शिक्षा मंत्री बने तीन महीने भी नहीं हुए हैं मगर अपने दमदार फैसलों से उन्होंने शिक्षा जगत ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश का ध्यान अपनी ओर खींचा है। शिक्षा में सुधार के लिए अभी तक वे तीन बड़ी बैठक ले चुके हैं। कई खटराल बीईओ, डीईओ सस्पेंड कर चुके हैं। दुर्ग के जेडी के खिलाफ कार्रवाई करने में उन्होंने कोई कोताही नहीं की। जेडी के लिए सत्ताधारी पार्टी से जुड़े लोगों से भी काफी जैक लगवाया गया, लेकिन गजेंद्र यादव ने सरगुजा जेडी को नहीं बख्शा।
स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव के तेवर से विभाग में बरसों से जमे शिक्षा माफियाओं में खलबली मच गई है। डीपीआई से लेकर संभाग और जिलों में सालों से जमे अफसर मंत्री की कार्रवाइयों से बेचैन हो उठा है।