Kanpur DM CMO Vivad: DM और CMO विवाद में फिर आया नया मोड़: डॉ. उदय नाथ का तबादला, डॉ. नेमी की फिर से वापसी

Kanpur CMO Dr Haridatt Nemi: कानपुर में स्वास्थ्य विभाग की सबसे अहम कुर्सी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) की जिम्मेदारी को लेकर एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबल हुआ है। शासन ने डॉ उदय नाथ (Dr Uday Nath) को कानपुर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) पद से हटाकर श्रावस्ती में अपर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाया है, जबकि डॉ हरिदत्त नेमी (Dr Haridatt Nemi) की कानपुर में वापसी की आधिकारिक मुहर लग गई है।

Update: 2025-07-16 12:05 GMT

Kanpur CMO Dr Haridatt Nemi: कानपुर में स्वास्थ्य विभाग की सबसे अहम कुर्सी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) की जिम्मेदारी को लेकर एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबल हुआ है। शासन ने डॉ उदय नाथ (Dr Uday Nath) को कानपुर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) पद से हटाकर श्रावस्ती में अपर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाया है, जबकि डॉ हरिदत्त नेमी (Dr Haridatt Nemi) की कानपुर में वापसी की आधिकारिक मुहर लग गई है।  

डॉ नेमी ने रखी बहाली की मांग

इस पूरे घटनाक्रम की जड़ हाईकोर्ट के एक अहम आदेश में है। दरअसल, पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ हरिदत्त नेमी (Dr Haridatt Nemi) को जिलाधिकारी (DM) से विवाद के बाद निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद शासन ने डॉ उदय नाथ (Dr Uday Nath) को कानपुर का नया मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) नियुक्त कर दिया। लेकिन डॉ नेमी (Dr Haridatt Nemi) ने हाई कोर्ट की शरण ली और निलंबन के खिलाफ अंतरिम राहत पा ली। कोर्ट के इस आदेश के बाद डॉ नेमी (Dr Haridatt Nemi) ने दोबारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) पद पर बहाली की मांग रखी।

शासन तक पहुंचा विवाद

यहीं से प्रशासनिक उठापटक शुरु हुई। जब डॉ, नेमी (Dr Haridatt Nemi) ने पदभार संभालने की कोशिश की, तो डॉ उदय नाथ (Dr Uday Nath) पहले से ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) की कुर्सी पर काबिज थे। दोनों अधिकारियों के बीच कुर्सी को लेकर घंटों चला विवाद अततः शासन तक पहुंचा। पहले शासन ने डॉ उदय नाथ (Dr Uday Nath) को ही कानपुर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) बनाए रखने का निर्देश जारी किया था, जिसे डॉ नेमी (Dr Haridatt Nemi) ने कोर्ट के आदेश की अवमानना बताया और दोबारा कानूनी रास्ता अपनाने की बात कही।

 हाईकोर्ट के आदेश की पालना

इस दबाव के बीच शासन ने तेजी से निर्णय लेते हुए डॉ उदय नाथ (Dr Uday Nath) का तबादला कर दिया और डॉ हरिदत्त नेमी (Dr Haridatt Nemi) की वापसी का रास्ता साफ कर दिया। माना जा रहा है कि यह कदम हाईकोर्ट के आदेश की पालना और कानूनी पेचीदगियों से बचने के लिए उठाया गया है।

क्या कहता है यह घटनाक्रम?

यह सिर्फ एक ट्रांसफर-पोस्टिंग का मामला नहीं, बल्कि यह बताता है कि प्रशासनिक फैसले भी न्यायपालिका की समीक्षा के अधीन हैं। साथ ही यह भी स्पष्ट होता है कि विभागीय स्तर पर लिए गए निर्णय यदि न्यायिक प्रक्रिया से टकराते हैं, तो उनका असर व्यापक होता है। अब देखना यह है कि डॉ. हरिदत्त नेमी की वापसी के बाद कानपुर में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर क्या नए कदम उठाए जाते हैं और क्या यह विवाद यहीं थम जाता है या कोई नया मोड़ सामने आता है।

Tags:    

Similar News