Ramdas Soren Education Minister: झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का निधन, 62 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
Shiksha Mantri Ramdas Soren ka Nidhan: रांची: झारखंड को 15 दिन के भीतर बड़ा राजनीतिक नुकसान हुआ है। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक शिबू सोरेन का निधन हुआ था। इसके बाद लंबी बीमारी से शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन भी नही रहे। झारखंड में 15 दिन के भीतर दूसरी बार राजकीय शोक का ऐलान किया गया है।
Shiksha Mantri Ramdas Soren ka Nidhan: रांची: झारखंड को 15 दिन के भीतर बड़ा राजनीतिक नुकसान हुआ है। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक शिबू सोरेन का निधन हुआ था। इसके बाद लंबी बीमारी से शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन भी नही रहे। झारखंड में 15 दिन के भीतर दूसरी बार राजकीय शोक का ऐलान किया गया है।
रामदास सोरेन के बेटे ने की निधन की पुष्टि
झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का शुक्रवार देर रात निधन हो गया है। शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने 62 साल की उम्र में दिल्ली के अपोलो अस्पताल में आखिरी सांस ली। रामदास सोरेन के बेटे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसकी पुष्टि की है। रामदास सोरेन के बेटे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि 'बहुत दुख के साथ मैं आप सभी को सूचित कर रहा हूं कि मेरे पिता अब हमारे बीच नहीं रहे।'
घर में हादसे का शिकार हो गए थे रामदास सोरेन
जानकारी के मुताबिक,रामदास सोरेन 2 अगस्त को जमशेदपुर के घोड़ाबांधा स्थित अपने अवास के बाथरूम में फिसलकर गिर गए थे। जिसकी वजह से उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। परिजनों ने बताया कि वह मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। घर आते ही वह बाथरूम गए और फिसलकर गिर गए। इस हादसे में उनके सिर पर गंभीर चोट आई थी। जिसके बाद उन्हें पास के ही अस्पताल में इलाज के बाद दिल्ली अपोलो अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
CM सोरेन और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने जताया दुख
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि 'ऐसे छोड़कर नहीं जाना था रामदास दा अंतिम जोहार दादा...।' वहीं झारखंड के प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सतीश पॉल मुंजिनी ने भी रामदास सोरेन के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि 'शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन कई वर्षों तक घाटशिला से विधायक रहे और उन्होंने अपना पूरा जीवन शिक्षा के क्षेत्र को मजबूत करने में समर्पित कर दिया।'