गोबर लेकर जाएगी ईडी: केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा- हमने भी विरोध की राजनीति की, राज्य सरकार को डरना नहीं चाहिए; इधर, मरकाम बोले...

मोदी सरकार के 8 साल पूरे होने पर केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाने पहुंचे केंद्रीय जल शक्ति व खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल

Update: 2022-05-31 15:27 GMT

रायपुर, 31 मई 2022। मोदी सरकार के आठ साल पूरे होने पर केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाने पहुंचे केंद्रीय जल शक्ति व खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा, 'हमने भी कई सालों तक विरोध की राजनीति की है, लेकिन कभी हमारे घर पर छापा नहीं पड़ा। अगर कुछ किए नहीं हैं तो किस बात का डर।' केंद्रीय राज्यमंत्री ने राज्य में ईडी छापों के संबंध में कहा कि राज्य सरकार को डरना नहीं चाहिए। वैसे भ्ज्ञी यहां छापा पड़ेगा तो ईडी गोबर लेकर ही जाएगी।

इससे पहले पटेल ने केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि मोदी सरकार के आठ साल बेमिसाल आठ साल हैं। सेवा, विकास, सुशासन और दृढ़ फैसलों समेत दर्जनों ऐसी चीजें हुई हैं, जो आजादी के बाद पहली बार हुई हैं। सरदार पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा आज भारत के पास है। हम सर्जिकल स्ट्राइक करते हैं, यह बड़ी सफलता है। कोरोना की वैक्सीन भारत में बनी। वैक्सीन की सप्लाई चेन कम नहीं हुई। आज भारत आयात करने वाला नहीं, बल्कि निर्यात करने वाला देश है।


केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि जनसंघ से लेकर भाजपा तक कश्मीर से धारा 370 हटाने का संकल्प था। इसे खत्म किया। अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए रास्ता खुला। सरकार ने नोटबंदी का फैसला लिया। भाजपा सुशासन के रास्ते पर काम कर रही है। इन आठ सालों में भारत को नई पहचान मिली है। भाजपा का अगला लक्ष्य 2024 तक हर घर में नल से पानी सप्लाई करना है।

विरासत को बेचने का काम कर रही मोदी सरकार

पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने केंद्रीय राज्यमंत्री के दावों पर पलटवार करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने आठ सालों में कुछ बनाया नहीं, बल्कि विरासत को कौड़ियों के दाम बेचने का काम किया है। सालों की कड़ी मेहनत से खड़ी की गई भारत की संपत्तियों को औने-पौने दाम में बेचना मोदी सरकार का सबसे बड़ा राष्ट्रविरोधी काम है। मोदी सरकार द्वारा भारत की 6 लाख करोड़ की संपत्तियों का सौदा चौंकाने वाला है। आज देश की हर संपत्ति बिक रही है।

मरकाम ने कहा कि मोदी सरकार ने अन्नदाता किसानों की आय दोगुनी करने की बजाय उनके कंधों पर कर्ज को दोगुना कर दिया। 31 मार्च 2014 को अन्नदाता किसानों के कंधों पर 9.64 लाख करोड़ रुपए का कर्ज बढ़कर आज 16.80 करोड़ रुपए हो गया है। किसानों की औसत आय 27 रुपए प्रतिदिन और प्रत्येक किसान पर औसत कर्ज 74,000 करोड़ रुपए है। सत्ता में आते ही मोदी सरकार ने बता दिया था कि वह किसान विरोधी है।

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