Dhan Kharidi धान पर सियासी वार: सीएम भूपेश का गोयल पर पलटवार, पीएम मोदी की सभा में सिंहदेव के बयान पर दिया जवाब

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Update: 2023-09-16 08:15 GMT
Dhan Kharidi धान पर सियासी वार: सीएम भूपेश का गोयल पर पलटवार, पीएम मोदी की सभा में सिंहदेव के बयान पर दिया जवाब
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Dhan Kharidi रायपुर। धान और केंद्रीय पूल में चावल के कोटे को लेकर सियासी वार तेज होता दिख रहा है। कल अचानक रायपुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राज्‍य सरकार पर झूठ बोलने और भ्रम फैलाने का आरोप लगाया था। इस पर मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने आज गोयल और भाजपा पर पलटवार किया। सीएम भूपेश ने कहा कि केंद्रीय मंत्री झूठ बोलकर गए हैं। बघेल ने कहा कि चोर चोरी से जाए हेरा फेरी से न जाए।

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में शामिल होने हैदराबाद जा रहे मुख्‍यमंत्री बघेल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए केंद्रीय मंत्री गोयल के आरोपों को खारिज किया। उन्‍होंने बताया कि 4 साल पहले हमारे कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत अधिकारियों के साथ गोयल से मिलने दिल्‍ली गए थे। तब गोयल ने साफ शब्‍दों में कहा था कि समर्थन मूल्‍य से ज्‍यादा पैसा किसानों को दे रहे हो इसलिए छत्‍तीसगढ़ से चावल नहीं खरीदेंगे। बघेल ने कहा कि राज्‍य सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद केंद्र ने राज्‍य से केंद्रीय पूल में लिए जाने वाले चावल का कोटा नहीं बढ़ाया। इसकी वजह से हमें खुले बाजार में बेचना पड़ा। अब फिर गोयल यहां आकर झूठ बोल गए हैं।

सीएम भूपेश ने बताया कि पहले राज्‍य से 86 लाख टन चावल केंद्रीय पूल में लेने की बात हुई थी, अब उसे घटाकर 61 लाख टन कर दिया है। छत्‍तीसगढ़ सरकार को अभी केंद्र से 6 हजार करोड़ रुपये लेना है। यह पैसा हम राज्‍य के विकास में खर्च करते, लेकिन उन्‍होंने रोक रखा है। सीएम ने कहा कि गोयल यहां आए थे तो देकर जाते। छत्‍तीसगढ़ के लोगों का हित चाहते हैं तो उनहें छत्‍तीगसढ़ और छत्‍तीसगढि़यों से तकलीफ क्‍यों है।

बघेल ने कहा कि भाजपा के लोग छत्‍तीसगढ़ महतारी की तस्‍वीर को मजबूरी में लगाए हैं, वह भी सीढ़ी चढ़ने की जगह पर। इनकी मानसिकता नहीं बदल सकती। इन लोगों ने केवल छत्तीसगढ़ को दबाने और बस्तर के लोगों को गोली से भुनने का काम किया है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेकर सीएम भूपेश न कहा कि शाह जैसे ही छत्तीसगढ़ आए वैसे ही नाराज थे। आरोप पत्र जारी किए उसमें कार्यकर्ता उपस्थित नहीं थे। उससे पहले दुर्ग में उनकी सभा के दौरान भी स्थिति उनकी वही थी। दंतेवाड़ा की सभा को चाहते तो वर्चुअल संबोधित कर सकते हैं। मौसम तो केवल बहाना था, वो आना पसंद नहीं करते।

डिप्‍टी सीएम टीएस सिंहदेव के केंद्र से सहयोग वाले बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह हमारे महाराज साहब हैं। प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन पर कहा कि पीएम मोदी जिन बातों के लिए आए यहां झूठ परोस कर चले गए। गोठना के बारे में बात उन्होंने की 65 करोड़ का गोबर खरीदे और 1300 करोड़ रुपये का आरोप लगाकर चले गए। वहीं, इस योजना की विभिन्न मंचों पर प्रधानमंत्री ने खुद तारीफ कर चुके हैं। देशभर के मुख्‍यमंत्रियों की उपस्थित‍ि में नीति आयोग भी सराहना कर चुका है। बघेल ने कहा कि आरोप लगाने के अलावा क्या है, उन्होंने कॉरिडोर का उद्घाटन किया, कितने यात्री उसमें चढ़ेंगे, प्लांट भी खरीदेंगे, खदान भी खरीदेंगे, सब अडानी के लिए करने आए है।

यह भी पढ़ें- धान पर राज्‍य सरकार के दावे झूठे, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल राज्‍य सरकारी की क्षमता पर उठाया प्रश्‍न

Dhan Kharidi रायपुर। छत्‍तीगसढ़ में चुनावी सरगर्मी के बीच केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के दौरे से बवाल खड़ा हो गया है। 15 सितंबर को अचानक रायपुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री गोयल ने धान खरीदी और चावल को लेकर राज्‍य सरकार के दावों को झूठा बताया। राज्‍य सरकार की क्षमता पर प्रश्‍न खड़ा करते हुए गोयल ने कहा कि 2022-23 के सीजन का चावल ही राज्‍य सरकार अभी तक नहीं दे पाई है। गोयल ने केंद्रीय पूल में लिए जाने वाले चावल के मामले में राज्‍य सरकार पर झूठ बोलने और प्रदेश की जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया। गोयल ने 2019 में छत्‍तीसगढ़ और केंद्र सरकार के बीच हुए एक समझौते का उल्‍लेख करते हुए बताया कि इसमें साफ-साफ लिखा है कि राज्‍य सरकार जिनता धान खरीदेगी और उसका चावल बनाकर देगी उतना केंद्र सरकार लेगी। उन्‍होंने कहा कि राज्‍य की कांग्रेस को आगामी विधानसभा चुनाव में हार सामने दिख रहा है इस वजह से लोगों को भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है।

केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि राज्‍य के मुख्‍यमंत्री केंद्रीय पूल में लिए जाने वाले चावल और बारदाना के मामले में झूठ बोल रहे हैं। उन्‍होंने बताया कि 2022-23 में राज्‍य सरकार ने पहले 61 लाख टन चावल केंद्रीय पूल में देने की बात कही थी, बाद में उसे घटाकर 58.65 लाख टन कर दिया। इस 58.65 लाख टन में से भी 13 सितंबर की स्थिति में राज्‍य सरकार केवल 53 लाख टन चावल ही एफसीआई में जमा कर पाई है, जबकि चावल जमा करने की अंतिम तारीख 30 सितंबर है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि हर साल राज्‍य सरकार चावल जमा करने की समय सीमा बढ़वाती है, क्‍योंकि समय पर आपूर्ति नहीं कर पाती है। पढि़ए और क्‍या कहा है गोयल ने

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