कांग्रेस की चुनौती, गड़बड़ी का कोई प्रमाण है तो हिंदुस्तान के किसी भी कोर्ट में केस लगा लें वरना माफी मांगें
रायपुर। भाजपा की तरफ से राज्य लोक सेवा आयोग (पीएससी) की भर्ती में गड़बड़ी के लगाए जा रहे आरोपों पर कांग्रेस ने तीखा पलटवार किया है। कांग्रेस ने कहा कि यदि कोई साक्ष्य है तो भाजपा के नेता हिंदुस्तान की किसी भी कोर्ट में केस लगा लें वरना माफी मांगे। कांग्रेस ने कहा कि इस मामले में एक भी शिकायतकर्ता नहीं है। किसी ने शिकायत नहीं की। भाजपा केवल अपनी राजनीतिक रोटी सेकने का काम कर करी है।
कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारवर्ता को संबोधित करते हुए संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह और धनंजय सिंह ठाकुर ने भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या की समझ पर सवाल खड़ा किया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सूर्या भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के साथ अधिवक्ता भी हैं, लेकिन उन्हें इतनी भी जानकारी नहीं है कि पीएससी पूरी भर्ती प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराती है। भाजपा के आंदोलन को राजनीतिक प्रोपगेंडा बताते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इसलिए युवाओंं ने भाजपा के आंदोलन को नकार दिया।
कांग्रेस नेताओं ने भाजपा को चुनौती दी है कि गड़बड़ी या भ्रष्टाचार का कोई साक्ष्य है तो सामने लाएं, वरना भाजपा के नेता पीएससी जैसी विश्वसनीय संस्था को बदनाम करने के लिए माफी मांगे। कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शुक्ला ने कहा कि भाजपा के पास प्रदेश में कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वह सरकार और पीएससी को बदनाम करने की साजिश कर रही है।
भाजयुमों के आंदोलन को बताया फ्लाप
भाजयुमो ने कथित पीएससी घोटला के खिलाफ सोमवार को रायपुर में आंदोलन किया। इसमें मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूर्या भी शामिल हुए। कांग्रेस प्रवक्ताओं ने इस आंदोलन को फ्लाप बताते हुए कहा कि इसमें बमुश्किल 400 से 500 ही युवा पहुंचे थे। बाकी मंच पर पहली पंक्ती में वो लोग बैठे थे जो 2018 में जनता के द्वारा नाकारे जाने के बाद बोरोजगार हो चुके हैं।
युवाओं के आंदोलल में पेंशन की उम्र पार कर चुके लोग ज्यादा दिखे
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजयुमो के आंदोलन में युवाओं की संख्या बमुश्किल 400 से 500 थी। इसके अलावा जो लोग दिख रहे थे उनमें ज्यादातर ऐसे थे जो पेंशन की भी उम्र पार कर चुके लोग थे।
अब तक कोई शिकायत नहीं, मनगढ़ंत आरोप लगा रही भाजपा
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पीएससी परीक्षा के परिणाम जारी हुए करीब महीनाभर हो गया है, लेकिन अभी तक किसी भी तरह की गड़बड़ी की कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। इसके बावजूद भाजपा के लोग अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश का यह एक मात्र कथित घोटाला है जिसमें कोई शिकायतकर्ता ही नहीं है। आज तक एक भी अभ्यार्थी ने एक भी शिकायत नहीं की है।
किसी का रिश्तेदार होना आयोग्यता नहीं
पीएससी की चयन सूची में अफसरों और नेताओं के रिश्तेदारों का नाम होने को लेकर कांग्रेस नेताओं ने तर्क दिया कि किसी अफसर या नेता का रिश्तेदार होना अयोग्यता नहीं है। कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने कहा कि कुछ अधिकारियों और नेताओं के बच्चे चयनित हुए हैं। कुछ ऐसे लोग भी चयनित हुए हैं जो परस्पर रिश्तेदार हैं। इसी आधार पर भाजपा गड़बड़ी का आरोप लगा रही है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा की सरकार में 15 साल ऐसे कई लोगों का चयन हुआ है, हम उनके चयन और योग्यता पर सवाल नहीं खड़ा कर रहे हैं, क्योंकि रिश्तेदार होना किसी गडबड़ी या अयोग्यता का पैमाना नहीं हो सकता।
भाजपा झूठे और मनगढंत आरोप लगा रही
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा के लोग झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं। इससे यह साबित होता है कि भाजपा आयोग की छवि खराब करने के लिए आरोप लगा रही है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यदि प्रश्न पत्र लीक हो जाए, कोई परीक्षार्थी लेनदेन की शिकायत करे, कोई कोचिंग संस्थान पूर्वानुमान के आधार पर महत्वपूर्ण प्रश्न जारी कर दे और जिससे पीएससी के प्रश्न पत्र मिलते हों। लिखित परीक्षा की तुलना में साक्षात्कार में ज्यादा अंक मिले हैं। ऐसा कुछ हुआ हो तो माना जाता है कि गड़बड़ी हुई है। लेकिन तो ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।