CM Vishnudeo Sai: जानिये बृजमोहन के इस्तीफे के बाद शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और संसदीय कार्य विभाग किस मंत्री को मिला
CM Vishnudeo Sai: छत्तीसगढ़ के सबसे सीनियर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, उनका इस्तीफा अभी न तो पब्लिक डोमेन में आया है और न ही राजभवन से उसके स्वीकृत होने की कोई खबर आई है। मगर कल कैबिनेट से उनकी औपचारिक विदाई हो गई। अब सवाल यह है कि उनका विभाग किसे दिया गया, तो पढिये इस खबर को...
CM Vishnudeo Sai: रायपुर। छत्तीसगढ़ के सबसे सीनियर विधायक और मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को रायपुर लोकसभा सीट से रिकार्ड मतों से चुनाव जीतने के बाद कल मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ गया। इससे एक दिन पहले उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दिया था। नियमानुसार दो सदन से निर्वाचित होने पर 14 दिन के भीतर किसी एक सदन से इस्तीफा देना पड़ता है। संविधान ने 14 दिन का टाईम इसलिए दिया है ताकि किसी सदन का सदस्य बने रहना है, उस पर पूरा सोच-समझ ले। बृजमोहन अग्रवाल का 14 दिन 19 जून को पूरा हो रहा था। इससे एक रोज पहले ही बृजमोहन ने रायपुर दक्षिण विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, बिना विधायक रहे भी छह महीने तक राज्य में मंत्री रहा जा सकता है। मगर इसका मैसेज अच्छा नहीं जा रहा था। उनके इस्तीफा देने में जितना विलंब हो रहा था, संदेश यह जा रहा था कि वे मंत्री पद छोड़ना नहीं चाह रहे हैं। लिहाजा, विधायक पद से इस्तीफा देने के अगले ही दिन उन्हें मंत्री पद छोड़ दिया। हालांकि, कैबिनेट की बैठक के बाद भी उनका इस्तीफा सामने नहीं आया। और न ही स्वीकृति के लिए उसे राजभवन भेजने की कोई खबर है। मगर मंत्रिमंडल से उन्हें विदाई दे दी गई। हालांकि, सरकारी नोट में इसे लोकसभा चुनाव की जीत के परिप्रेक्ष्य में सीएम और मंत्रियों द्वारा सम्मानित करना बताया गया। अलबत्ता, इस्तीफे के बाद उनका एक भावुक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ, जिसमें बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने मंत्री पद त्याग दिया है।
अब नया मंत्री कौन
बृजमोहन अग्रवाल के पास शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और संसदीय कार्य मंत्रालय था। उनके मंत्री पद से हटने के बाद ये विभाग अब खाली हो गए हैं। इस्तीफे के बाद हर आदमी की उत्सुकता है कि इन विभागों के नए मंत्री कौन होंगे, किस मंत्री को ये विभाग मिलेंगे। खासकर, स्कूल और उच्च शिक्षा को लेकर शिक्षकों और प्राध्यापकों में बड़ी बेचैनी है। सरकार के करीबी सूत्रों का कहना है कि फिलहाल न ही किसी को नया मंत्री बनाया जा रहा और न ही किसी मंत्री को ये विभाग दिए जाएंगे। मंत्रिमंडल का विस्तार होते तक मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पास ये सभी विभाग रहेंगे। वैसे भी नई सरकार के शपथ ग्रहण के बाद विभागों के बंटवारा का आदेश जारी हुआ था, उसमें लिखा था कि जो विभाग किसी मंत्री के पास नहीं होंगे, वे सारे मुख्यमंत्री के पास समझे जाएंगे।
दो नए मंत्रियों की सीट वैकेंट
विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल में पहले से एक मंत्री की सीट खाली रखी गई थी। बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद अब दो वैकेंसी हो गई है। 12 में से दो मंत्रियों की जगह खाली होने के बाद कामकाज पर असर पड़ेगा। अधिकांश मंत्री विभागों के मामले में ओवरलोडेड हैं। मंत्रिमंडल के विस्तार के समय कुछ विभागों को इधर-से-उधर किए जाएंगे। शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और संसदीय कार्य भी किए नए मंत्री को दिए जाएंगे। तब तक मुख्यमंत्री इसे संभालेंगे।