मोहन के मैनेजमेंट पर दांव: चार उपचुनाव के बाद भाजपा ने अब बृजमोहन पर दांव खेला, क्या दिखा पाएंगे दम
भानुप्रतापपुर में बृजमोहन अग्रवाल प्रभारी बनाए गए हैं, जबकि रामविचार नेताम, शिवरतन शर्मा और मोतीलाल साहू सह प्रभारी हैं।
रायपुर। छत्तीसगढ़ भाजपा में बृजमोहन अग्रवाल को इलेक्शन मैनेजमेंट का माहिर िखलाड़ी माना जाता है। मालखरौदा, भटगांव, बालोद आदि उपचुनावों में भाजपा ने बृजमोहन को ही प्रभारी बनाया और जीत हासिल की। हालांकि तब भाजपा की सरकार थी। 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद चार उपचुनाव हुए। इन चारों में चुनाव संचालन की जिम्मेदारी दूसरे नेताओं को दी गई। एक साल बाद चुनाव हैं। ऐसे में भानुप्रतापपुर उपचुनाव काफी अहम होगा। बृजमोहन के लिए भी बड़ी चुनौती होगी।
बृजमोहन अग्रवाल सातवें बार के विधायक हैं। अपने चुनाव के साथ उन्होंने कई लोकसभा और विधानसभा चुनाव का भी संचालन किया है। रमेश बैस और सुनील सोनी जब लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे, तब बृजमोहन ही संचालक थे। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पहला उपचुनाव दंतेवाड़ा में हुआ। उस समय शिवरतन शर्मा और महेश गागड़ा को चुनाव प्रभारी बनाया गया। इसके बाद नारायण चंदेल और केदार कश्यप चित्रकोट उपचुनाव के प्रभारी बने। मरवाही में अमर अग्रवाल और भूपेंद्र सवन्नी तो खैरागढ़ में खूबचंद पारख के साथ मोतीलाल साहू और ओपी चौधरी सह प्रभारी रहे। इन चार चुनावों के बाद अब बृजमोहन के साथ वरिष्ठ आदिवासी नेता रामविचार नेताम, पहले बस्तर संभाग के प्रभारी रह चुके शिवरतन शर्मा और मोतीलाल साहू को प्रभारी बनाया गया है।
इधर, खैरागढ़ फॉर्मूले पर भी बांटे काम
चुनाव संचालन की जिम्मेदारी चार नेताओं को देने के साथ ही खैरागढ़ उपचुनाव के फॉमूले पर एक-एक मंडल की जिम्मेदारी एक-एक सीनियर नेता को दी गई है। उनके साथ मंडल स्तर पर सह प्रभारी भी बनाए गए हैं। दुर्ग कोंदल मंडल की जिम्मेदारी पूर्व सांसद विक्रम उसेंडी को दी गई है। उनके साथ किरण देव और भोजराज नाग सह प्रभारी बनाए गए हैं।
इसी तरह कोरर मंडल की जिम्मेदारी केदार कश्यप के साथ लता उसेंडी और संजय श्रीवास्तव को दी गई है। हर्राडुला मंडल की जिम्मेदारी नारायण चंदेल के साथ संतोष पांडेय और देवलाल दुग्गा को दी गई है, वहीं भानुप्रतापपुर मंडल की जिम्मेदारी शिवरतन शर्मा, महेश गागड़ा और ओपी चौधरी को दी गई है। चारामा मंडल की जिम्मेदारी पूर्व विधानसभा स्पीकर धरमलाल कौशिक के साथ भूपेंद्र सवन्नी और श्रवण मरकाम को दी गई है।