BJP प्रत्याशी के लिए 5 घंटे मंथन: भानुप्रतापपुर में बीजेपी प्रत्याशी के लिए पर्यवेक्षकों ने एक-एक कार्यकर्ता को सुना, 12 को चुनाव समिति में स्क्रूटनी
कांकेर/रायपुर। भानुप्रतापपुर के लिए प्रत्याशी तय करने भाजपा के पर्यवेक्षकों ने पांच घंटे मंथन किया। सभी दावेदारों की बात सुनी। अब अपनी रिपोर्ट पार्टी को देंगे। इस पर 12 नवंबर को चुनाव समिति की बैठक में मंथन किया जाएगा। इस बैठक में शामिल होने के लिए राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश आएंगे। क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल भी रहेंगे।
यहां से पैनल बनाकर भेजा जाएगा। इसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति की ओर से अधिकृत रूप से नाम का ऐलान किया जाएगा। भाजपा से पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम, देवलाल दुग्गा, परमानंद तेता, रामबाई गोटा, जिलाध्यक्ष सतीश लाटिया सहित कई दावेदार हैं। इनमें से तेता एनएमडीसी में असिस्टेंट मैनेजर मैकेनिकल रह चुके हैं, जबकि रामबाई जनपद की अध्यक्ष रह चुकी हैं।
जीतने के लिए लड़ेंगे
भाजपा पर्यवेक्षक दल के सदस्य पूर्व मंत्री रामविचार नेताम, सांसद संतोष पाण्डेय, विधायक शिवरतन शर्मा और रंजना साहू सुबह 11 बजे भानुप्रतापपुर के लिए रवाना हुए। दोपहर तीन बजे से बैठक शुरू हुई, जो करीब पांच घंटे चली। इसके बाद पर्यवेक्षक वापसी के लिए निकले। हालांकि, सांसद पाण्डेय को दिल्ली जाना था, इसलिए वे पहले निकल गए थे। कार्यकर्ताओं ने पर्यवेक्षकों को आश्वस्त किया कि वे मिल जुलकर जीतने के लिए चुनाव लड़ेंगे।
सेमीफाइनल मुकाबला
भानुप्रतापपुर उपचुनाव को सेमीफाइनल मुकाबले के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि सालभर बाद विधानसभा चुनाव होंगे। छत्तीसगढ़ में जो चुनावी परिपाटी चली आ रही है, उसके मुताबिक अब तक हुए उपचुनाव में जो पार्टी सत्ता में रही है, उप चुनाव में उसी की जीत हुई है। ऐसे में भानुप्रतापपुर में भी कांग्रेस का ही पलड़ा मजबूत माना जा रहा है, लेकिन भाजपा की कोशिश होगी कि किसी तरह यह जीत अपने नाम कर ले। कांग्रेस किसी भी हाल में अपने हाथ से जीत फिसलने नहीं देगी। खैरागढ़ उप चुनाव की तर्ज पर जिला बनाने का मास्टर स्ट्रोक खेलने को लेकर भी सियासी पंडित कयास लगा रहे हैं।