CG बैठक में फूटा कार्यकर्ताओं का गुस्सा: क्षेत्रीय संगठन महामंत्री से नेताओं की नामजद शिकायतें, जामवाल क्यों बोेले- मेरी पाचन शक्ति अच्छी
क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल ने विधानसभावार बैठकों की शुरुआत की। पहले ही दिन रायपुर शहर के चारों विधानसभा के कार्यकर्ताओं से लंबी मोटिवेशनल चर्चा। आज महासमुंद में कर रहे बातचीत।
रायपुर। राज्य में विधानसभा चुनाव में अब सालभर का समय है और भाजपा के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल ने विधानसभावार बैठकों की शुरुआत कर दी है। पहली बैठक रायपुर शहर के चारों विधानसभा के कार्यकर्ताओं की हुई। रायपुर पश्चिम, ग्रामीण, उत्तर और दक्षिण के क्रम में बैठक हुई, लेकिन रायपुर उत्तर विधानसभा की बैठक काफी हंगामाखेज रही।
इस बैठक में कार्यकर्ताओं ने इशारों-इशारों में जहां पूर्व शहर अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी के खिलाफ शिकायतों का अंबार लगा दिया। इनमें कई मंडल अध्यक्ष भी शामिल हैं। वहीं, एक कार्यकर्ता ने पार्षद सूर्यकांत राठौड़ के खिलाफ नामजद शिकायत की। इसका कुछ और कार्यकर्ताओं ने समर्थन भी किया। जामवाल ने सभी की शिकायतें सुनीं। इसके बाद सबका उत्साहवर्धन करते हुए कहा, "यह पार्टी किसी व्यक्ति विशेष की नहीं, बल्कि एक-एक कार्यकर्ता की है। आप सब (कार्यकर्ता) इस पार्टी के मालिक हैं। जो भी शिकायतें हैं, उन्हें मन में रखने के बजाय कभी भी मेरे पास आकर बताएं। मेरी पाचन शक्ति बहुत अच्छी है। कोई भी बात कमरे से बाहर नहीं जाएगी। साथ ही, जो गलत हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।'
चलो बूथ की ओर
क्षेत्रीय संगठन महामंत्री ने एक-एक कार्यकर्ता से परिचय लिया। उन्हें पूरा बोलने का अवसर दिया। इसके बाद उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी के लिए काम करना है। बूथ को मजबूत बनाना है। जामवाल ने कार्यकर्ताओं से ही पूछा कि किस तरह जीत सकते हैं। इस पर उनकी ओर से सुझाव भी आए। इन सुझावों को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने बूथ स्तर पर जाकर काम करने के निर्देश दिए। सभी बैठकों में 150 से 200 लोग अपेक्षित थे। इन सबको अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभाने कहा गया है।
कमल निशान देखें
विधानसभावार बैठकों की शुरुआत के साथ ही क्षेत्रीय संगठन महामंत्री ने यह भी संकेत दे दिए हैं कि किसी एक चेहरे के बजाय कमल निशान को देखकर कार्यकर्ता काम करें। दरअसल, इस बार चुनाव में बड़ी संख्या में टिकट कटने की बातें आ रही हैं। ऐसी स्थिति में क्षेत्रीय संगठन महामंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि किसी एक नेता के समर्थक बनकर उनकी बातों में आने के बजाय पार्टी को ऊपर मानकर काम करें। पार्टी के खिलाफ काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।