BJP MLA Bhulan Singh Marabi Biography in Hindi: भाजपा विधायक भूलन सिंह मराबी का जीवन परिचय...

MLA Bhulan Singh Marabi Biography:– भूलन सिंह मराबी सूरजपुर जिले की प्रेम नगर विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए है। सरपंच से राजनीति की शुरुआत करने वाले मराबी जिला पंचायत सदस्य रहें है। पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने वाले मराबी ने सिटिंग विधायक खेल साय सिंह को 33290 मतों के भारी अंतर से चुनाव हराया हैं।

Update: 2023-12-16 11:26 GMT

BJP MLA Bhulan Singh Marabi Biography in Hindi: भूलन सिंह मराबी भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ कर पहली बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। पहली बार ही विधानसभा चुनाव लड़ने वाले भूलन सिंह मराबी ने 10 साल से विधायक रहे कांग्रेस प्रत्याशी खेल साय सिंह को 33290 वोटों के अंतर से हराया है।

55 वर्षीय भूलन सिंह मराबी के पिता का नाम स्व. महेश मराबी है। वे ग्राम पटना (कोट) पोस्ट पटना तहसील रामानुजनगर जिला सूरजपुर के निवासी है। उनका मोबाइल नंबर 9753223317 है। उनका विवाह बिंदेशिया सिंह के साथ हुआ है। उनकी पुत्री का नाम विमला सिंह है। भूलन सिंह कृषि कार्य करते है और उनकी पत्नी कृषक है। उन्होंने पूर्व माध्यमिक विद्यालय साल्ही रामानुजनगर से आठवीं की परीक्षा वर्ष 1979 में उत्तीर्ण की है।

मराबी सूरजपुर जिला में भाजपा के उपाध्‍यक्ष हैं। इन्‍हें केंद्रीय राज्‍य मंत्री और अंबिकापुर सांसद रेणुका सिंह का करीबी माना जाता है। मराबी ने सरपंच के पद से राजनीति की शुरुआत की और जिला पंचायत सदस्य भी बने। मराबी पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़े है और जीत भी हासिल की। प्रेमनगर सीट से 2003 व 2008 में रेणुका सिंह विधायक चुनी गई थीं। 2013 में कांग्रेस के खेलसाय सिंह ने रेणुका को हरा दिया था। 2018 में साय फिर से यह सीट जीतने में सफल रहे।

2023 में जीत की कहानी:–

सरपंच के पद से राजनीति की शुरुआत करने वाले मराबी जिला पंचायत सदस्य भी निर्वाचित हुए थे। क्षेत्र में सक्रिय रहने वाले मराबी निर्विवाद छवि के हैं। पिछले चुनावों तक भाजपा प्रत्याशी का भाजपा के कार्यकर्ता

भी विरोध करते थे और भाजपा में आपस में ही फूट हो जाती थी। जिसका लाभ कांग्रेस को मिलता था। जबकि इस बार मराबी के नया चेहरा होने से भाजपा यहां एकजुट होकर लड़ी।

कांग्रेस में इसके ठीक उलट स्थिति थी। यहां 10 साल से खेल साय सिंह विधायक थे। उनके पास जब भी कोई कार्यकर्ता काम के लिए जाता तो वे उसे अपने प्रतिनिधि के पास भेज देते थे। जिससे उनके खिलाफ नाराजगी भी थी। कार्यकर्ताओं के अलावा आम जनता से भी उनकी दूरियां बनी। बतौर विधायक काम तो करवाए पर उपलब्धियां को लेकर जनता के बीच नहीं जा पाए। चुनाव में कार्यकर्ताओं को एकजुट नहीं कर पाए और ना ही भाजपा की महतारी वंदन योजना की तरह गृहलक्ष्मी योजना का प्रचार प्रसार कर पाए। टीएस सिंहदेव को मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से पूरे सरगुजा संभाग में कांग्रेस के प्रति नाराजगी थी जिसका भी लाभ भाजपा को मिला। 10 साल की एंटी इनकंबेंसी का लाभ भी भाजपा को मिला और कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा।

प्रेम नगर विधानसभा में कुल 183430 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। भूलन सिंह मराबी को 99957 वोट मिलें। कांग्रेस के खेलसाय सिंह को 66667 वोट मिलें। गोंगपा के जयनाथ केराम को 14562 वोट मिलें। नोटा को 3539 वोट मिला। यहां कुल उम्मीदवार 12 थे।

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