सरगुजा रेंज के नए आईजी रतनलाल डांगी ने किया पदभार ग्रहण… राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से हो चुके है 2 बार सम्मानित 

Update: 2020-02-10 15:02 GMT

सरगुजा 10 फरवरी 2020। पदभार ग्रहण करने के साथ संभाग के सभी जिले के पुलिस अधीक्षकों की बैठक लेकर लंबित अपराधों की समीक्षा करने के साथ ही क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति से भी अवगत हुए। आईजी कार्यालय में पदभार ग्रहण करने के बाद आईजी रतनलाल डांगी ने पत्रकारों से चर्चा की।

2003 बैच के आईपीएस रतनलाल डांगी इससे पहले बीजापुर, कांकेर, कोरबा, बस्तर में पुलिस अधीक्षक का कार्यभार संभाल चुके हैं। डीआईजी कांकेर, दंतेवाड़ा और राजनांदगांव पदस्थ रहे है ।रतनलाल डांगी मूलत: राजस्थान के नागौर जिले के निवासी हैं। आईजी ने बताया कि पुलिस के लिए हर पल चुनौती होती है।

उन्होंने कहा कि सरगुजा में जरूर माओवादी समस्या नहीं है लेकिन सीमावर्ती क्षेत्र में उनका मूवमेंट बना रहता है, इसलिए सभी को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।
कम्यूनिटी पुलिसिंग लागू करना मुख्य उद्देश्य है।

इससे जनता का पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा। ‘सोशल मीडिया में रहते हैं एक्टिव’
रतनलाल डांगी सोशल मीडिया पर हमेशा कुछ न कुछ लिखते रहते हैं, लेकिन वे सामाजिक इश्यू और मुख्यत: युवाओं के बारे में लिखते हैं। उन्होंने कहा कि जिस परिवार का युवा सही दिशा में काम करेगा वह परिवार विकास करेगा। युवाओं को सही लाइन पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस देश का युवा सही दिशा में चलेगा वह देश विकास करेगा। युवाओं को प्रतियोगी परीक्षा के लिए भी प्रेरित करने लिए हमेशा वे लिखते हैं।

पुलिस अधिकारियों के हैं अभिभावक

रतनलाल डांगी ने कहा कि यह उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती है कि वे अपने अधिकारियों व कर्मचारियों का मोरल बढ़ाएं। काम तो उन्हें ही करना है। पुलिस से अब कोई शिकायत नहीं मिलेगी, आने वाले समय में जिले में पुलिसिंग भी दिखेगी। उन्होंने बताया कि सभी अधिकारियों को कहा गया है कि व्हीआईपी क्लचर को छोडक़र लोगों से संवाद करें ताकि लोगों का विश्वास पुलिस के प्रति बढ़े। जो भी पुलिस के पास पहुंचेगा उसकी पूरी बात सुनी जाएगी।

महिला सुरक्षा सबसे पहली प्राथमिकता रतनलाल डांगी ने कहा कि आज पूरे देश की सबसे बड़ी समस्या महिला सुरक्षा है। इस पर भी काम किया जाएगा। महिला कमांडो पर पर भी काम किया जाएगा। इसके साथ ही सभी पुलिस अधिकारियों को कहा जाएगा कि वे इस दिशा मे काम करें। उन्होंने कहा कि सिर्फ पुलिस की उपस्थिति से 50 प्रतिशत से अधिक अपराध रुक जाते हैं ।
पुलिस के द्वारा रिस्पांस टाइम बेहतर हो तो आम लोगों का विश्वास जीता जा सकता है।पुलिस को प्रशासन के अन्य विभागों के साथ भी तालमेल रखना चाहिए।

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