शिक्षकों व प्रधानपाठकों के लिए जारी हुआ नया गाइडलाइन : BEO से एप्रूवल के बाद ही मिलेगी छुट्टी……शौचालय की सफाई सहित क्लास इंस्पेक्शन के लिए प्रधानपाठक को जिम्मेदार…..18 अलग-अलग प्वाइंट पर जारी हुआ सभी स्कूलों के निर्देश…. 15 मई तक तैयार करनी होगी कार्ययोजना

Update: 2020-03-12 01:24 GMT

रायपुर 12 मार्च 2020। शिक्षा में गुणवत्ता को लेकर नया गाइडलाइन जारी किया गया है। नये गाइडलाइन के तहत इस बात का निर्देश दिया गया है कि गाइडलाइन के मुताबिक ही स्कूलों में अध्यापन कराया जायेगा, अगर कहीं लापरवाही हुई तो शिक्षक व प्रधान पाठक पर गाज गिरेगी। राजीव गांधी साक्षरता मिशन की तरफ से जारी निर्देश में कहा गया है कि 15 मई में हर हाल में विकासखंड स्तर पर, संकुल स्तर पर और स्कूल स्तर पर कार्ययोजना तैयार कर लिये जाये। इसके लिए शिक्षकों की स्कूल में उपस्थिति के अलावे स्कूल की व्यवस्था, छात्रों की स्थिति व अन्य दिशा निर्देश जारी किये गये हैं।

विभाग ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि स्कूलों में शिक्षकों की स्थिति शत प्रतिशत हो, छुट्टी बिना बीईओ के एप्रुवल के अब शिक्षकों को नहीं मिलेगी। स्कूलों में शौचालय की सफाई की जिम्मेदारी प्रधान पाठक को दी गयी है। वहीं बच्चों की पठन पाठन के साथ-साथ इस बात का निर्देश दिया गया है कि प्रधान पाठक अपने ही स्कूल की कक्षाओं का औचक निरीक्षण कर बच्चों का टेस्ट लें, ताकि ये पता लग सके कि बच्चे कितना पढ़ने में सक्षम हैं और उन्होंने अपने आप को कितना बेहतर किया है।

नये गाइडलाइन में सबसे ज्यादा प्रधान पाठक को ही जिम्मेदारी मिली है। हर दिन प्रधान पाठक क्लास में जाकर बच्चों की पढ़ाई का स्टैंडर्ड परखेंगे, यही नहीं बच्चों ने कितनी पढ़ाई की है, कैसी पढ़ाई की है और उनमें कितना प्रोग्रोसेस हुआ है, उसे लेकर भी रिपोर्ट बनायेंगे। 15 मई तक कार्ययोजना बनाकर प्रधानपाठक को सीएसी, बीआरसी, बीईओ और डीईओ को रिपोर्ट देनी है। गाइड लाइन में ये स्पष्ट निर्देश है कि पढ़ाई में किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नही किया जायेगा।

 

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