Telangana Factory Blast: अब तक 34 मजदूरों की मौत, मलबे में अभी भी फंसे हैं मजदूर, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
Telangana Blast News: संगारेड्डी के सिगाची इंडस्ट्रीज के केमिकल प्लांट में विस्फोट से मचा हड़कंप, 34 मजदूरों की मौत, कई गंभीर। जानें अब तक क्या हुआ।
Telangana Factory Blast: तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के पशम्यलारम औद्योगिक क्षेत्र में सोमवार को हुए खौफनाक केमिकल प्लांट विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। सिगाची इंडस्ट्रीज लिमिटेड के फार्मास्युटिकल प्लांट में हुए इस हादसे ने न सिर्फ फैक्ट्री बल्कि सैकड़ों परिवारों की जिंदगी तबाह कर दी।
पुलिस और आपदा प्रबंधन बलों के अनुसार, यह विस्फोट संभवतः प्लांट की सुखाने वाली यूनिट (Drying Unit) में हुआ। IG मल्टीजोन वी सत्यनारायण ने संभावना जताई कि ये रिएक्टर ब्लास्ट था, जबकि DG वाई नागी रेड्डी ने इसे केमिकल रिएक्शन का नतीजा बताया है।
मलबे से मिले 31 शव, 3 की अस्पताल में मौत
जिला पुलिस अधीक्षक परितोष पंकज ने जानकारी दी कि अब तक 34 शव बरामद किए जा चुके हैं, जिनमें से 31 मलबे से और 3 इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ चुके हैं। फिलहाल, बचाव कार्य अपने अंतिम चरण में है, लेकिन आशंका है कि मलबे के नीचे अब भी कुछ मजदूर फंसे हो सकते हैं।
जब विस्फोट हुआ, 90 मजदूर थे फैक्ट्री में
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राजा नरसिम्हा ने बताया कि विस्फोट के समय प्लांट में करीब 90 श्रमिक काम कर रहे थे। विस्फोट के बाद पूरे परिसर में आग लग गई और धुएं का गुबार कई किलोमीटर तक दिखाई दिया।
PM मोदी और CM रेवंत रेड्डी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50 हजार की सहायता देने की घोषणा की है। वहीं मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी मंगलवार सुबह घटना स्थल का दौरा करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को बेहतर इलाज और रेस्क्यू सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
फैक्ट्री का दावा सब कुछ बीमा कवर में
सिगाची इंडस्ट्रीज ने एक बयान जारी कर मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है और कहा कि प्लांट का पूरा बीमा कराया गया था। उन्होंने प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने का वादा भी किया है।
परिवारों की चीख-पुकार, पहचान मुश्किल
हादसे की खबर सुनकर बड़ी संख्या में मजदूरों के परिवार फैक्ट्री के बाहर पहुंच गए। बहुत से शवों की पहचान मुश्किल हो गई है क्योंकि वे झुलस चुके हैं। मरने वालों में अधिकांश तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के निवासी हैं।