Ratan Tata Death News: Ratan Tata को अंतिम विदाई देने उमड़ा जनसैलाब, देखिए आखिरी तस्वीरें!

Ratan Tata Death News: भारत के दिग्गज उद्योगपति और टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन नवल टाटा का बुधवार (9 अक्टूबर) को निधन हो गया। 86 साल की उम्र में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।

Update: 2024-10-10 12:50 GMT

Ratan Tata Death News: भारत के दिग्गज उद्योगपति और टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन नवल टाटा का बुधवार (9 अक्टूबर) को निधन हो गया। 86 साल की उम्र में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। टाटा समूह की कमान को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले रतन टाटा के निधन से पूरा देश शोक में डूब गया है।

रतन टाटा ने 1991 से 2012 तक टाटा समूह का नेतृत्व किया, और इस दौरान समूह को वैश्विक मंच पर स्थापित किया। 2016-2017 में उन्होंने एक बार फिर कमान संभाली, और फिर मानद चेयरमैन के रूप में अपनी सेवाएं दीं। उनका जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था और अपने करियर के दौरान उन्होंने टाटा समूह को वैश्विक पहचान दिलाई।

रतन टाटा के पार्थिव शरीर को गुरुवार (10 अक्टूबर) को उनके निवास से नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) ले जाया गया। इस दौरान सफेद फूलों से सजी शवयात्रा के साथ राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे उनके पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई दी गई। उनकी अंतिम यात्रा में देशभर के दिग्गज नेता, उद्योगपति और गणमान्य लोग शामिल हुए।

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उद्योगपति रतन टाटा के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे और भारत सरकार की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "रतन टाटा एक दूरदर्शी कारोबारी नेता और एक असाधारण इंसान थे। उनका समाज और देश के प्रति योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।"

रतन टाटा ने न केवल व्यापार जगत में महत्वपूर्ण योगदान दिया, बल्कि समाज के विभिन्न क्षेत्रों में भी उनकी गहरी सहभागिता रही। शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और पशु कल्याण के प्रति उनका समर्पण उल्लेखनीय था। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक सच्चा राष्ट्रवादी और दूरदर्शी नेता बताया।

रतन टाटा की विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। उनकी नैतिकता, नेतृत्व और समाज के प्रति गहरा समर्पण उन्हें एक असाधारण व्यक्तित्व बनाते हैं। उनके द्वारा छोड़ी गई विरासत से भारत और विश्व के उद्योग जगत में उनकी अमिट छाप सदैव बनी रहेगी।

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