Lucknow News Hindi: लखनऊ में 4 बच्चों की मौत! 16 से ज़्यादा बीमार, जानें पूरा मामला
लखनऊ, 27 मार्च 2025: Lucknow News Hindi: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पैरा इलाके में स्थित एक सरकारी पुनर्वास केंद्र में मंगलवार शाम को एक दर्दनाक घटना सामने आई। कथित तौर पर जहरीला खाना खाने से चार बच्चों की मौत हो गई, जबकि 16 अन्य गंभीर रूप से बीमार हो गए।

लखनऊ, 27 मार्च 2025: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पैरा इलाके में स्थित एक सरकारी पुनर्वास केंद्र में मंगलवार शाम को एक दर्दनाक घटना सामने आई। कथित तौर पर जहरीला खाना खाने से चार बच्चों की मौत हो गई, जबकि 16 अन्य गंभीर रूप से बीमार हो गए। इन बच्चों को लोक बंधु राज नारायण संयुक्त अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चार बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृतकों में दो लड़कियां, रेणु और दीपा, और दो लड़के शामिल हैं, जिनकी उम्र 12 से 17 साल के बीच थी। इस घटना ने प्रशासन को हिलाकर रख दिया है और जांच के लिए कई टीमें गठित की गई हैं।
क्या हुआ था?
लखनऊ के जिलाधिकारी विशाख जी. ने बताया कि मंगलवार शाम को पुनर्वास केंद्र के करीब 20 बच्चे अचानक बीमार पड़ गए। ये सभी बच्चे मानसिक रूप से कमजोर हैं और इस केंद्र में रहते हैं। अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. राजीव कुमार दीक्षित ने कहा, "20 बच्चे मंगलवार शाम को अस्पताल लाए गए। सभी प्रयासों के बावजूद चार की जान नहीं बचाई जा सकी। दो बच्चों को गंभीर हालत में दूसरे अस्पताल रेफर किया गया, जबकि बाकी 16 की हालत में सुधार हो रहा है।" प्रथम दृष्टया दूषित पानी को बच्चों के बीमार होने की वजह माना जा रहा है।
पोस्टमार्टम से खुलेगा मौत का राज
जिलाधिकारी ने बताया कि चारों बच्चों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं और उनके विसरा को संरक्षित किया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही साफ होगा कि मौत की असली वजह जहरीला खाना था या दूषित पानी। इसके लिए पुनर्वास केंद्र से खाने और पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमें भी जांच में जुटी हैं।
पुनर्वास केंद्र का हाल
जिला परिवीक्षा अधिकारी विकास सिंह के मुताबिक, इस केंद्र में 147 बच्चे रहते हैं, जिनमें बेसहारा और मानसिक रूप से अस्वस्थ बच्चे शामिल हैं। घटना के बाद बचे हुए बच्चों की निगरानी के लिए एक मेडिकल टीम तैनात की गई है। सात बच्चों को चिकित्सकों की देखरेख में रखा गया है। डीएम ने कहा, "सीएमओ की निगरानी में टीम मौके पर है। पानी की टंकी की सफाई और पेयजल व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं।"
जांच में क्या सामने आया?
प्रारंभिक जांच में पता चला कि बच्चों को दस्त और उल्टी की शिकायत दूषित पानी पीने से हुई। इसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जिलाधिकारी ने एक कमेटी गठित की है, जो इस घटना के हर पहलू की जांच करेगी। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी पीड़ित बच्चों से पूछताछ के लिए अस्पताल पहुंचे हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।