Eid ka Chand 2025: ईद का चांद नजर आया, भारत समेत इन देशों में कल मनाई जाएगी ईद

Eid ka Chand 2025: रमजान के पवित्र महीने के आखिरी दिन चांद का दीदार हो गया है, जिसके बाद भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और कई अन्य देशों में 31 मार्च को ईद-उल-फितर मनाई जाएगी।

Update: 2025-03-30 15:06 GMT
Eid ka Chand 2025: ईद का चांद नजर आया, भारत समेत इन देशों में कल मनाई जाएगी ईद
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Eid ka Chand 2025: रमजान के पवित्र महीने के आखिरी दिन चांद का दीदार हो गया है, जिसके बाद भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और कई अन्य देशों में 31 मार्च को ईद-उल-फितर मनाई जाएगी। लखनऊ, असम, बिहार और अन्य शहरों में चांद देखे जाने की पुष्टि के बाद लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। शिया समुदाय और बिहार के इमारत-ए-शरिया ने भी इसकी तस्दीक की है। चांद दिखते ही मस्जिदों में ईद की नमाज की तैयारियां शुरू हो गईं और बाजारों में रौनक लौट आई। वहीं, सऊदी अरब और खाड़ी देशों में आज 30 मार्च को ईद मनाई गई।

भारत और पाकिस्तान में चांद का दीदार

रमजान के 29वें रोजे के बाद रविवार शाम को भारत और पाकिस्तान में ईद का चांद नजर आया। लखनऊ की ऐशबाग ईदगाह और असम के गुवाहाटी में चांद देखे जाने की पुष्टि हुई। बिहार के इमारत-ए-शरिया ने भी ऐलान किया कि 31 मार्च को ईद मनाई जाएगी। चांद दिखते ही लोगों ने अल्लाह का शुक्रिया अदा किया और ईद की तैयारियों में जुट गए। मस्जिदों और ईदगाहों में विशेष नमाज के लिए इंतजाम शुरू हो गए हैं।

सऊदी अरब में आज ईद

सऊदी अरब, कतर, यूएई, तुर्की और अन्य खाड़ी देशों में 29 मार्च को चांद दिखा था, जिसके बाद आज 30 मार्च को ईद-उल-फितर की नमाज अदा की गई। इन देशों में ईद की छुट्टियां पहले से तय थीं, और लोग परिवार व दोस्तों के साथ त्योहार मना रहे हैं। सऊदी में मक्का और मदीना की मस्जिदों में लाखों लोगों ने नमाज पढ़ी।

चांद के दीदार के साथ ही भारत और पाकिस्तान के बाजारों में रौनक छा गई। लोग नए कपड़े, मिठाइयां, सेवइयां, और ईदी के लिए गिफ्ट खरीदने पहुंचे। दिल्ली के चांदनी चौक, लखनऊ के अमीनाबाद और पटना के सब्जी बाग जैसे बाजारों में जबरदस्त भीड़ देखी गई। बच्चों में खास उत्साह है, क्योंकि उन्हें ईदी मिलने का इंतजार है। दुकानदारों का कहना है कि इस बार खरीदारी में पिछले साल से 20% ज्यादा उछाल आया है।

31 मार्च को सुबह मस्जिदों और ईदगाहों में ईद की विशेष नमाज अदा की जाएगी। नमाज के बाद लोग एक-दूसरे को गले लगाकर "ईद मुबारक" कहेंगे और अमन-शांति की दुआ करेंगे। ईद-उल-फितर सिर्फ खुशी का त्योहार नहीं, बल्कि गरीबों की मदद का भी संदेश देता है। नमाज से पहले सदका-ए-फितर देना जरूरी होता है, ताकि जरूरतमंद भी ईद की खुशियां मना सकें। इसके बाद घरों में सेवइयां, शीर खुरमा और मिठाइयां बनाई जाएंगी।

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