Kolkata Rape Murder Case: ममता बनर्जी और प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के बीच हुई मीटिंग खत्म, जानें किन मांगों पर बनी बात

Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के विरोध में पिछले 36 दिनों से हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बैठक की।

Update: 2024-09-16 18:11 GMT

Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के विरोध में पिछले 36 दिनों से हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री बनर्जी के निमंत्रण पर उनके कालीघाट स्थित आधिकारिक आवास पर पहुंचे डॉक्टरों ने अपनी 5 सूत्रीय मांगे पूरी करने की आग्रह किया। इस पर दोनों पक्षों के बीच सरकारी अस्पतालों के बुनियादी ढांचे का विकास करने पर सहमति बन गई।

मीडिया रिपोर्ट्स \ के अनुसार, मुख्यमंत्री बनर्जी ने डॉक्टरों की अस्पतालों में बुनियादी ढांचे का विकास करने की मांग को मान लिया, लेकिन अन्य मांगों पर कोई ठोस समाधान नहीं निकला। इस दौरान बनर्जी ने डॉक्टरों से हड़ताल वापस लेने की अपील की। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को होने वाली सुनवाई का हवाला देते हुए कहा कि हड़ताल से लोगों को परेशानी हो रही है। इस पर डॉक्टरों ने अपने अन्य साथियों से चर्चा के बाद निर्णय बताने को कहा।

सुबह राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंथ ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को ईमेल भेजकर बैठक के लिए आमंत्रित किया था। उन्होंने ईमेल में लिखा था, 'यह 5वीं और अंतिम बार होगा जब हम बैठक कर रहे हैं। इस बैठक का सीधा प्रसारण या वीडियोग्राफी नहीं होगी। हालांकि, बैठक के सभी बिंदु रिकॉर्ड किए जाएंगे और दोनों पक्षों द्वारा हस्ताक्षर करने के बाद उसकी प्रतियां एक-दूसरे को सौंप दी जाएगी।' इस दौरान उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का भी हवाला दिया था।

मुख्य सचिव के ईमेल के जवाब में जूनियर डॉक्टरों ने लिखा था कि डॉ संदीप घोष और थानाप्रभारी अभिजीत मंडल की गिरफ्तारी होने से इस बैठक की पारदर्शिता का महत्व और बढ़ गया है। उन्होंने दोनों पक्षों के वीडियोग्राफर द्वारा बैठक की वीडियोग्राफी कराने, बैठक की वीडियो फाइल दोनों पक्षों का सौंपने और बैठक के मुख्य बिंदु रिकॉर्ड करने तथा दोनों पक्षों के हस्ताक्षर के बाद उन्हें सौंपने में से किसी एक चीज को पूरी करने की शर्त रखी थी।

डॉक्टरों के जवाब पर मुख्यमंत्री ने बैठक की कार्रवाई दोनों पक्षों द्वारा रिकार्ड करने तथा उसे सभी उपस्थित लोगों द्वारा हस्ताक्षर करने के बाद बैठक के अंत में सौंपने की शर्त मान ली। इसके बाद डॉक्टर मुख्यमंत्री के साथ बैठक के लिए तैयार हो गए।

बता दें कि मुख्यमंत्री बनर्जी ने 14 सितंबर की दोपहर धरना स्थल पर पहुंचकर डॉक्टरों को वार्ता के लिए अपने आवास पर आमंत्रित किया था। उसके बाद डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल मुलाकात के लिए पहुंचा भी था, लेकिन वहां पहुंचकर उन्होंने बैठक की वीडियोग्राफी और सीधा प्रसारण कराने की मांग रख दी। हालांकि, मुख्यमंत्री बनर्जी के सीधे प्रसारण की मांग को ठुकराने के बाद डॉक्टरों का प्रतिनिधमंडल बिना बैठक किए ही वापस लौट गया था।

क्या हैं डॉक्टरों की 5 सूत्रीय मांगें?

प्रदर्शनकारी डॉक्टरों की 5 सूत्रीय मांगों में बलात्कार, हत्या और सबूतों से छेड़छाड़ में शामिल सभी संभावित दोषियों को सजा मिले। आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रधानाचार्य संदीप घोष के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो। कोलकाता पुलिस के आयुक्त विनीत गोयल का इस्तीफा लिया जाए और उत्तर और मध्य उपायुक्त के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो। इसी तरह स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा बढ़ाई जाए और पश्चिम बंगाल के अस्पतालों में डॉक्टरों को धमकी देना और हमले करने की घटनाएं बंद हो।

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