IAS Vinay Chaubey News: शराब घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई, हिरासत में लिए गए आईएएस विनय चौबे, ACB कर रही पूछताछ

IAS Vinay Chaubey News: झारखंड में कथित तौर पर हुए शराब घोटाला मामले(liquor scam case)को लेकर बड़ी कार्रवाई हुई है. आज मंगलवार की सुबह एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आईएएस विनय चौबे(IAS Vinay Chaubey) को हिरासत में लिया है.

Update: 2025-05-20 11:36 GMT

IAS Vinay Chaubey News: झारखंड में कथित तौर पर हुए शराब घोटाला मामले(liquor scam case)को लेकर बड़ी कार्रवाई हुई है. आज मंगलवार की सुबह एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आईएएस विनय चौबे(IAS Vinay Chaubey) को हिरासत में लिया है. टीम आईएएस से पूछताछ कर रही है.

जानकारी के मुताबिक, सुबह 11 बजे के करीब टीम आईएएस विनय चौबे को एसीबी कार्यालय लेकर आई. उनसे एसीबी कार्यालय में पूछताछ की जा रही है. उनसे 31 मार्च 2022 में लागू हुई नई शराब नीति से जुड़े शराब घोटाले मामले में पूछताछ की जा रही है. उस दौरान आईएएस विनय चौबे उत्पाद विभाग के सचिव के पद पर तैनात थे. हालांकि फिलहाल एसीबी की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. 

क्या है मामला 

दरअसल,  झारखंड में 31 मार्च 2022 से लागू नई उत्पाद नीति लागू की गयी थी. जिसमे झारखंड सरकार ने अपनी शराब नीति में बदलाव किया था. इस बदलाव में छत्‍तीगसढ़ के आबकारी अफसरों की मदद ली गई थी. इसके लिए छत्‍तीसगढ़ के अफसरों को राज्‍य सरकार की तरफ से विधिवत भुगतान भी किया गया था. झारखंड में भी छत्‍तीसगढ़ जैसी शराब नीति लागू की गई थी. इसके बाद से ही शराब नीति को लेकर आरोप लगने शुरू हो गए थे. आरोप लगा कि नकली होलोग्राम के जरिये बड़े पैमाने पर देशी और विदेशी शराब बेचा गया, जिसका पैसा सरकारी खजाने की बजाय अफसरों की जेब में गया.

2019 से 2022 के बीच छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाला हुआ था. इसमें छत्तीसगढ़ के तत्कालीन वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के सचिव अनिल टुटेजा, छत्तीसगढ़ राज्य मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के तत्कालीन प्रबंध निदेशक अरुणपति त्रिपाठी, अनवर ढेबर व उनके सिंडिकेट को आरोपी बनाया गया था. वहीँ, रांची के अरगोड़ा के रहने वाले विकास सिंह ने शिकायत की थी कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले के आरोपी झारखंड की नई शराब नीति लागू करने में शामिल है. जिसके बाद आगे की जांच शुरू हुई. इस मामले में छत्तीसगढ़ की एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने एफआईआर दर्ज की. और कई आईएएस विनय चौबे और आईएएस गजेंद्र सिंह को भी आरोपी बनाया गया. इस दौरान वो झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के प्रधान सचिव और राज्य के आबकारी सचिव के पद पर तैनात थे. वहीँ आईएएस गजेंद्र सिं उत्‍पाद विभाग के संयुक्‍त सचिव थे.

इस मामले में ईडी ने 2024 में ईसीआईआर दर्ज कर जांच शुरू की और अक्टूबर 2024 में आईएएस विनय चौबे सहित कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. 

कौन है आईएएस विनय चौबे

विनय कुमार चौबे 1999 बैच के आईएएस वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं. विनय कुमार बिहार के रहने वाले हैं. उनका जन्म साल 1975 में हुआ. आईएएस विनय कुमार ने कंप्यूटर साइंस में B.टेक किया है. झारखण्ड में उन्होंने को अहम् पद संभाले हैं. वर्तमान में आईएएस विनय कुमार चौबे झारखंड पंचायती राज विभाग के सचिव हैं. विनय कुमार चौबे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के प्रधान सचिव रह चुके हैं. इससे पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव और राज्य के आबकारी सचिव थे. हेमंत सोरेन के ईडी के कार्रवाई के दौरान जब हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद चौबे ने प्रधान सचिव का पद से इस्तीफा दे दिया था. लेकिन उन्हें दुबारा उसी पद पर नियुक्त किया गया था.





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