MK Das : बिहार के माटी पुत्र एम के दास होंगे गुजरात सरकार के नए चीफ सेक्रेटरी, जानिए कौन है एम के दास
MK Das : दास 1 नवंबर को मुख्य सचिव का दायित्व संभालेंगे। दास अभी तक एडीशनल चीफ सेक्रेटरी के साथ गृह सचिव का दायित्व संभाल रहे थे।
MK Das : गुजरात सरकार के अब नए चीफ सेक्रेटरी आईएएस अधिकारी एम के दास (मनोज कुमार दास) होंगे। वर्तमान मुख्य सचिव पंकज जोशी का कार्यकाल पूरा होने से पहले उनके उत्तराधिकारी का ऐलान कर दिया है। 1990 बैच के आईएएस अधिकारी एम के दास (मनोज कुमार दास) नए चीफ सेक्रेटरी होंगे। दास 1 नवंबर को मुख्य सचिव का दायित्व संभालेंगे। दास अभी तक एडीशनल चीफ सेक्रेटरी के साथ गृह सचिव का दायित्व संभाल रहे थे।
मंगलवार को गुजरात सरकार ने पंकज जोशी के उत्तराधिकारी के तौर पर एम के दास की नियुक्ति का ऐलान किया। उत्तराखंड से आने वाले जोशी 31 अक्तूबर को सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
बिहार के रहने वाले हैं दास
1990 बैच के आईएएस अधिकारी मनोज कुमार दास मूलरूप से बिहार के रहने वाले हैं। 20 दिसंबर, 1966 को उनका जन्म बिहार के दरभंगा में हुआ था। इसके बाद आईआईटी खड़गपुर से दास ने बी. टेक ऑनर्स की डिग्री ली। इसके बाद सिविल सेवा में आए। सिविल सेवा में आने के बाद उन्होंने गुजरात कैडर चुना। उन्हें बतौर आईएएस पहली नियुक्ति वडोदरा में बतौर डीडीओ मिली। इसके बाद दास ने गुजरात के तमाम जिलों में काम किया। सूरत और वडोदरा नगर निगमों को आयुक्त भी रहे। वह गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (GPSC) के एमडी भी रह चुके हैं। इसके बाद वह उन्होंने इंडस्ट्री एंड माइंस डिपॉर्टमेंट को बतौर एसीएस संभाला। दास 20 दिसंबर, 2026 को रिटायर होंगे। वह गुजरात के एकमात्र ऐसे ऑफिसर हैं जिनकी सीएमओ में फिर से वापसी हुई है। एम के दास की पत्नी का नाम अनुराधा दास है। वे एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं।
दास को ही क्यों चुना गया
एम के दास करीब 14 महीने तक गुजरात के चीफ सेक्रेटरी रहेंगे। अगर सरकार ने अगले साल दिसंबर में उन्हें एक्टेंशन दिया तो उनका कार्यकाल और लंबा हो सकता है। दास की सबसे बड़ी मजबूती यह है कि उन्होंने लगभग सभी अहम विभागों में काम किया है। इसके अलावा उनकी बड़ी खूबी यह भी है कि काफी मिलानसार और शांत स्वभाव वाले अधिकारी हैं। वह सभी के घुलमिल जाते हैं। इतना ही नहीं टीम वर्क में यकीन करते हैं। दास की नियुक्ति ऐसे वक्त पर हुई है जब राज्य में विपक्ष किसानों के मुद्दे पर काफी आक्रामक है। 2027 के आखिर में विधानसभा चुनावों से पहले सरकार को अगले कुछ महीनों में शहरों में चुनावों का सामना करना है। अब देखना है कि दास किस हिसाब से समस्याओं को सुलझाते हुए आगे बढ़ते हैं। इतना ही नहीं अभी तक गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ही सब कुछ थे। अब सरकार में सीएम के साथ डिप्टी सीएम की वापसी हुई है। दास के रिश्ते गृह सचिव होने के कारण हर्ष संघवी से काफी अच्छे हैं।