Defence Acquisition Council in Hindi: सेना की बढ़ेगी ताकत, रक्षा मंत्रालय ने दी 1.45 लाख करोड़ रुपए के 10 प्रस्तावों को मंजूरी
Defense Acquisition Council in Hindi: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को 1.45 लाख करोड़ की रक्षा खरीद को मंजूरी दे दी है। जानकारी के मुताबिक, रक्षा अधिग्रहण परिषद के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है।
Defense Acquisition Council in Hindi: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को 1.45 लाख करोड़ की रक्षा खरीद को मंजूरी दे दी है। जानकारी के मुताबिक, रक्षा अधिग्रहण परिषद के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। इसमें फाइटर जेट, रडार समेत 10 रक्षा सामनों को खरीदने की मंजूरी दी गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में 3 सितंबर को रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने 1,44,716 करोड़ रुपये के 10 प्रस्तावों को मंजूरी दी। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इनमें अधिकतर सामान मेक इंन इंडिया के तहत खरीदे जाएंगे।
भारतीय सेना के टैंक बेड़े को आधुनिक बनाने के लिए परिषद ने भविष्य के लिए तैयार लड़ाकू वाहनों (FRCV) की खरीद को मंजूरी दी। इन FRCV को बेहतर गतिशीलता, सभी इलाकों में क्षमता, बहुस्तरीय सुरक्षा, सटीक हथियार और वास्तविक समय की स्थिति के बारे में जानकारी के साथ उन्नत मुख्य युद्धक टैंक के शामिल हैं। परिषद ने वायु रक्षा अग्नि नियंत्रण रडार की खरीद को भी मंजूरी दी, जो हवाई लक्ष्यों का पता लगाने और उन पर नज़र रखने तथा फायरिंग समाधान प्रदान करने में सहायक होगा। इसके अतिरिक्त, फॉरवर्ड रिपेयर टीम (ट्रैक्ड) वाहनों के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई।
The Defence Acquisition Council (DAC) chaired by RM Shri @rajnathsingh has approved 10 capital acquisition proposals worth Rs 1.45 lakh crore to enhance defence preparedness.
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) September 3, 2024
⁰Procurement of Future Ready Combat Vehicles, Air Defence Fire Control Radars, Dornier-228 aircraft,…
बख्तरबंद वाहन निगम लिमिटेड द्वारा डिजाइन और विकसित किए गए इन वाहनों में मशीनीकृत संचालन के दौरान इन-सीटू मरम्मत के लिए क्रॉस-कंट्री मोबिलिटी है और इन्हें मशीनीकृत इन्फैंट्री बटालियन और बख्तरबंद रेजिमेंट दोनों द्वारा उपयोग के लिए अधिकृत किया गया है। भारतीय तटरक्षक बल (ICG) की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए तीन AoN को मंजूरी दी गई। इनमें डोर्नियर-228 विमान, अगली पीढ़ी के फास्ट पेट्रोल वेसल और अगली पीढ़ी के ऑफशोर पेट्रोल वेसल की खरीद शामिल है। ये सभी निगरानी करने, समुद्री क्षेत्र में गश्त करने और खराब मौसम की स्थिति में भी खोज और बचाव और आपदा राहत अभियान चलाने की ICG की क्षमता को बढ़ाएंगी।
इससे पहले सरकार ने रूस द्वारा निर्मित भारतीय वायुसेना के युद्धक विमान सुखोई एसयू-30 मार्क 1 के उन्नयन के लिए 240 एयरो इंजन एएल-31एफपी की खरीद के प्रस्ताव को आज स्वीकृति प्रदान की जिसकी लागत करीब 26 हजार करोड़ रुपए होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति ने आज यहां इस प्रस्ताव को मंजूरी दी। प्रस्ताव के अनुसार हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से खरीदें (भारतीय) श्रेणी के तहत भारतीय वायुसेना के एसयू-30 मार्क 1 विमानों के उन्नयन के लिए 240 एयरो-इंजन (एएल-31एफपी) की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इस प्रस्ताव की लागत सभी करों और शुल्कों को मिलाकर 26 हजार करोड़ रुपये से अधिक है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार इन एयरो-इंजन की डिलीवरी एक साल बाद शुरू होगी और आठ साल की अवधि में पूरी होगी। इन इंजनों में 54 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री होगी, जो एयरो-इंजन के कुछ प्रमुख घटकों के स्वदेशीकरण के कारण बढ़ी है। इनका निर्माण एचएएल के कोरापुट डिवीजन में किया जाएगा। SU-30 मार्क 1 भारतीय वायुसेना के सबसे शक्तिशाली और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बेड़े में से एक है। एचएएल द्वारा इन एयरो-इंजन की आपूर्ति भारतीय वायुसेना के बेड़े की अनुरक्षण आवश्यकता को पूरा करेगी ताकि वे अपने निर्बाध संचालन जारी रख सकें और देश की रक्षा तैयारियों को मजबूत कर सकें।