Big Accident in 2025 : हादसों और घटनाओं से भुलाये न भुलाया जायेगा "2025", रूह कंपा देती है दर्दनाक यादें

Big Accident in 2025 : कुंभ भगदड़, पहलगाम अटैक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की भगदड़, मुंबई ट्रेन हादसा, बेंगलुरु भगदड़ और फिर अहमदाबाद प्लेन क्रैश ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।

Update: 2025-12-24 14:41 GMT

Big Accident in 2025 :  घटनाओं और हादसों को लेकर साल 2025 बेहद भयावह और दर्दनाक रहा.  यह साल ऐसी बड़ी घटनाओं का प्रत्यक्षदर्शी बना, जिसने कई जिंदगी लील ली.  देश ने एक के बाद एक ऐसे  बड़े हादसे देखे जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। कुंभ भगदड़, पहलगाम अटैक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की भगदड़, मुंबई ट्रेन हादसा, बेंगलुरु भगदड़ और फिर अहमदाबाद प्लेन क्रैश। इन सभी घटनाओं में लगभग 350 लोग मारे गए और जितने लोग बच पाए उनमें कई लोग ज़िंदगी भर के लिए घायल हो गए और कईयों के परिवार बिखर गए।

इस साल की बड़ी घटनाओं ने सिर्फ व्यक्ति के जीवन को प्रभावित नहीं किया है बल्कि समाज और प्रशासन की बड़ी लापरवाही पर भी प्रश्न खड़े किये हैं। आइये जानें 2025 के  बड़ी घटनाओं को विस्तार से - 




 जनवरी 2025 : प्रयागराज के महाकुंभ में भगदड़

इस वर्ष, 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज में आयोजित हुए कुंभ मेले में 66 करोड़ लोगों ने स्नान किया। दरसल इस बार के महाकुंभ को महासयोंग बताते हुए 144 वर्ष बाद सबसे शुभ बताया गया, इस दौरान महाकुंभ में 29 जनवरी बुधवार को मौनी अमावस्या के मौके पर संगम तट के पास भगदड़ मच गई।

इस हादसे में रिपोर्ट के अनुसार 30 से अधिक लोगों की जान चली गई और 60 से ज़्यादा लोग घायल होने का दावा किया। हालाकिं जांच पड़ताल के बाद सामने आया कि भगदड़ में सिर्फ 30 नहीं उससे भी अधिक लोगों की मौत हुई है और लोग अनगिनत रूप से घायल भी हुए हैं।

15 फरवरी 2025 : नई दिल्ली के रेलवे स्टेशन में भगदड़


नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी 2025 को रात करीब 9:26 बजे भगदड़ मची। इस समय लोग महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों का इंतजार कर रहे थे। यह हादसा प्लेटफॉर्म 14 और 15 पर हुआ,महाकुंभ जाने के लिए स्टेशन पर शाम 4 बजे से भीड़ जुटने लगी थी। रात को करीब 8:30 बजे प्रयागराज जाने वाली 3 ट्रेनें लेट हो गईं, जिससे भीड़ भी बढ़ने लगी साथ ही गाड़ी का प्लेटफॉर्म 14 से 16 नंबर बदला गया। इससे वहां अत्यधिक भीड़ और अव्यवस्था के कारण अफरातफरी और भगदड़ मच गई।मरने वालों में 14 महिलाएं और 4 पुरुष शामिल हैं। इनमें 4 बच्चे हैं। इस भगदड़ में 25 से ज्यादा लोग घायल भी हुए। हादसा प्रयागराज के लिए विशेष ट्रेन की घोषणा और प्लेटफॉर्म बदलने की अफवाह के चलते हुआ था। फुट ओवरब्रिज पर यात्री एक-दूसरे पर गिर गए। इस दौरान हालात काबू करने के लिए आरपीएफ के जवान भी पर्याप्त संख्या में तैनात नहीं थे।


22 अप्रैल 2025 : जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला


कश्मीर में पर्यटकों को निशाना बनाकर किए गए सबसे घातक आतंकवादी हमले में 22 अप्रैल को अनंतनाग ज़िले के पहलगाम के पास सुरम्य बैसारन घाटी में कम से कम 26 लोग मारे गए. ज़िंदा बचे लोगों के मुताबिक़, सेना की वर्दी में तीन से चार लोग दोपहर 2 बजे के आसपास घने देवदार के जंगलों से उतरे और ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से मशहूर हरे-भरे घास के मैदानों में आनंद ले रहे नागरिकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की. केंद्रीय एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LET) के एक शैडो ग्रुप, द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने आतंकवादी हमले की ज़िम्मेदारी ली है. इस घटना के बाद जम्मू कश्मीर सरकार ने सभी ट्रैकिंग गतिविधियों पर रोक लगा दी।

बताया जाता है कि आतंकवादियों ने पर्यटकों पर गोली चलाने से पूर्व उनका धर्म पूछा और कलमा पढ़ने को कहा गया. इस घटना के बाद मचे आक्रोश और निंदा के बीच हमलें में जान गवाने वाले भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी की अपने पति के शव के बगल में बैठी कचोट देने वाली तस्वीर वायरल हुई. जिसने पूरे देश को शोकमय कर दिया.

पाकिस्तान पर आतंकवादी समर्थक के आरोपों के साथ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ के तहत पाकिस्तान और PoK (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक किया गया. 




 4 जून 2025 :  आइपीएल जीत के दौरान बेंगलुरु में भगदड़

आईपीएल के 18वां सत्र में 3 जून को खेले गए फाइनल मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने पंजाब किंग्स को हराकर आईपीएल की ट्रॉफी जीतने वाली आठवी टीम बनी। इसके अलावा आरसीबी के फैन्स के लिए यह बड़ा दिन था क्यूंकि आरसीबी पूरे 18 साल बाद अपना पहला आईपीएल ट्रॉफी जीता था,

4 जून 2025 बुधवार को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में होने वाली आरसीबी की जीत की जश्न से पहले स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई। इसमें करीब 11 लोगों के मौत हो गई और कई घायल हो गए। मीडिया खबरों के मुतबिक भगदड़ में 47 लोग घायल हुए। एक बार फिर लोगों की जान गई और कुछ के परिवार बिखर गए। 

9 जून 2025, महाराष्ट्र के मुंबई में हुआ ट्रेन हादसा

पहलगाम में आतंकी हमले के बाद देश में ऑपरेशन सिंदूर चल ही रहा था की एक महीने बाद मुंबई में एक ट्रेन हादसा हुआ, जिसमें फिर से आम लोगों की जान गई। दरअसल मुंबई के मुंब्रा रेलवे स्टेशन के नजदीक 9 जून सोमवार की सुबह चलती लोकल ट्रेनों से 10 यात्री नीचे गिर गए, इनमें से 4 की मौत हो गई, जबकि 13 घायल हो गए। मरने वालों में जीआरपी कॉन्स्टेबल भी शामिल है। ये सभी ट्रेन के गेट पर खड़े थे। घटना सुबह 9:30 बजे मुंब्रा के आगे दिवा और कोपर रेलवे स्टेशनों के बीच हुई।

रेलवे के मुताबिक संभवतः ये यात्री ट्रेनों के फुटबोर्ड से लटके हुए थे। विपरीत दिशा में ट्रेनों के नजदीक से गुजरने कके समय उनके बैग एक-दूसरे से टकरा गए, ऑफिस टाइम होने के कारण ट्रेन में भीड़ भी ज्यादा थी, जिससे यह हादसा हुआ.यह हादसा ट्रेन में अत्यधिक भीड़ और सुरक्षा उपायों के कमी के कारण हुआ। महाराष्ट्र सरकार इस घटना के जांच के आदेश दिए और और रेलवे प्रशासन को ज़िम्मेदार ठहराया, साथी ही दोषी के ख़िलाफ़ उचित कार्रवाई करने की बात कहीं । इस तरह के किसी बड़े हादसे के बाद आरोप प्रत्यारोप के अलावा और कुछ भी देखने को नहीं मिलता। दोबारा इस तरह की घटनाएं ना हो इसके लिए कार्यवाही देखने को नहीं मिलती ।

12 जून 2025 :  अहमदाबाद प्लेन क्रैश


12 जून 2025 का वो दिन भारत से लेकर विदेशों तक कोई नहीं भूल सकता. जो अलग-अलग कारणों से सफर पर निकले लोगों की जिंदगी का ये आखिरी सफर बन गया. कुछ सेकंड में लोगों की जानें चली गई. अहमदाबाद हवाई अडडे से लंदन जाने के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद नीचे गिर गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई। इस हादसे में केवल एक व्यक्ति ही बच पाया। विमान बी.जे. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में गिरा जिससे उस समय हॉस्टल में रहे 28 लोग जमीन पर ही मारे गए। प्रारंभिक जांच में इंजन में खराबी और आपातकालीन पावर सिस्टम के सक्रिय होने की संभावना जताई गई।

निष्कर्ष : 


सरकार बदलते रहती है, नीतियां बदलती है. पर हादसे और घटनाएं आम बात बन चुकी है. ऐसा लग रहा है मानों इंसान कीड़े-मकोड़ों की मौत मर रहे हैं.  ये हादसे सिर्फ ब्रेकिंग न्यूज़ नहीं है ये उन लोगों की बर्बाद दुनिया हैं जिन्होंने अपनो को खोया है। खैर यह साल जैसा बीता सो बीता पर अब आम जनता से लेकर साशन-प्रशासन को भी इससे सीख लेनी चाहिए... 2025 को बस कुछ दिन बचे हैं. दिसंबर के इन चंद दिनों में ही हमें ये सोचना चाहिए की  अब जरुरत सिर्फ दुख जताने की नहीं है बल्कि ये सोचने की है कि आम लोग हर बार इतने असहाय क्यों साबित हो जाते हैं? क्या देश में सिस्टम इतना कमजोर है की इंसानी ज़िंदगी वाकई अब आंकड़ों और मुआवज़ों तक सिमटकर रह गई है? इन घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया कि बड़े आयोजनों और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा प्रबंधों की जरुरत अधिक महत्वपूर्ण है। प्रशासनिक लापरवाही, अपर्याप्त सुरक्षा उपाय और आपातकालीन प्रतिक्रिया की कमी ने इन हादसों को और गंभीर बना दिया। सरकारों और संबंधित एजेंसियों को इन घटनाओं से सीख लेकर भविष्य में ऐसी घटनाओं को बार बार होने से रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
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