बीबी की बेवफाई से खफा वकील ने दे दी जान……चार पेज का लिखा सुसाइड नोट ” जिस पर आंख बंद करके भरोसा किया, उसी ने……”…पत्नी और उसके प्रेमी से परेशान था वकील… पढ़िये सुसाइड नोट

Update: 2020-06-28 03:03 GMT

इंदौर 27 जून 2020। बीबी की बेवफाई से दुखी वकील ने आत्महत्या कर ली। तीन दिन पहले उन्होंने जहर पी लिया था…इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी। वकील का नाम संजीव मेहरा है। चार पेज के अपने सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी पत्नी व उसके प्रेमी को जिम्मेदार बताया है। इंदौर के पंढरीनाथ थाना क्षेत्र में रहने वाले वकील संजीव मेहरा ने आत्महत्या के पूर्व पूरी आपबीती सुसाइड नोट में लिखा है.. बताते है इन पर इस बेवफाई मामले में कार्रवाई के लिए कुछ दिन पहले पंढरीनाथ थाने में मृतक ने आवेदन भी दिया था लेकिन कोई कार्रवाई नही की गई। मृत एडवोकेट के दो बेटे है।

वकील ने चार पेज का एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने पत्नी की बेवफाई का जिक्र करते हुए लिखा- जिस पत्नी पर आंख बंदकर भरोसा किया, उसी ने धोखा दिया। वकील ने पत्नी, उसके प्रेमी और इनसे जुड़े लोगों को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। इतना ही नहीं, अपने स्टेटस पर भी पत्नी और उसके प्रेमी को मौत का जिम्मेदार बताया। वकील की मौत के बाद संगठन ने इसकी शिकायत डीआईजी और डीजीपी से की। इसके बाद डीआईजी ने सुसाइड नोट के अनुसार केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

पंढ़रीनाथ टीआई कमलेश शर्मा के अनुसार, उदयपुरा निवासी संजीव मेहरा ने 24 जून को जहर खा लिया था। एमवाय अस्पताल से सूचना के बाद पुलिस टीम बयान लेने पहुंची थी, लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत गंभीर है, वे बयान देने की स्थिति में नहीं हैं। इसके बाद अगले दिन भी टीम गई, लेकिन हालत ठीक नहीं होने से बयान नहीं हो सके। वकील ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें पत्नी, उसके प्रेमी सहित कुछ और लोगों को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस का कहना है कि वकील ने 15 जून काे अपनी एक रजिस्ट्री गुम होने का आवेदन दिया था, जिसकी जांच चल रही थी। उस समय पत्नी और प्रेमी काे लेकर काेई जानकारी नहीं दी थी।

सुसाइड नोट में लिखी है ये बातें

‘‘मैं अपनी पत्नी से बहुत प्यार करता था। उस पर आंख बंदकर विश्वास किया, लेकिन उसने मेरा विश्वास तोड़कर किसी और से प्रेम प्रसंग शुरू कर दिया। इनके बीच करीब 8 महीने से अफेयर चल रहा था। अगस्त 19 से अप्रैल 20 तक। अप्रैल में जब पत्नी का मोबाइल चेक किया तो इसकी जानकारी लगी। पत्नी से पूछा तो उसने कहा कि यह बस नॉर्मल बात है, चलता रहता है। मैं दोनों के कारण काफी परेशान हूं और मेरी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है।

16 जून को पत्नी मुझे बताए बिना कहीं चली गई। जब मैंने जानकारी की तो पता चला कि वह धार में अपनी मां के पास गई है। लॉकडाउन में सबकुछ बंद होने के कारण वह वहां किसके साथ गई, मुझे नहीं पता। वह दिन में करीब 3 बजे घर से निकली थी, उस समय मैं घर पर नहीं था, जबकि बच्चे छत पर खेल रहे थे। शाम 7 बजे जानकारी की तो धार में मौजूद साढूभाई ने बताया कि वह यहां नहीं आई है। रात करीब 9 बजे उसका फोन आया कि वह यहां आ गई है। धार का रास्ता इंदौर से दो घंटे का है। ऐसे में वह 3 बजे निकलकर रात 9 बजे कैसे पहुंची। वह अपने प्रेमी के साथ रही होगी। रात 9 बजे उसने वहां छोड़ा होगा।

मैंने अपनी सास से इस बारे में बता की। पत्नी के प्रेमी ने मुझे जान से मारने की धमकी दी थी, उसने कहा था वह तो मेरी है। मुझे मेरे बच्चों की चिंता है। बड़ा हर्षित और छोटा हार्दिक। मुझे मेरे मरने का गम नहीं है, जिसे मैंने प्यार किया उसने मुझे धोखा दिया। इस सबका सबूत मेरे मोबाइल में है। मैंने इनके चैट, कॉल डिटेल सब सेव कर रखा है। साइबर सेल वाले भी पत्नी और उसके प्रेमी के मोबाइल कॉल और चैट देख सकते थे। ये दोनों मुझे मारने के फिराक में थे। उदयपुरा में मेरा फ्लैट, लक्ष्मीनगर में मकान, बियाबानी चौराहे पर मकान ये तीनों प्राॅपर्टी दोनों बेटों की हैं।

ये तीनों प्रॉपर्टी मेरे और पत्नी के नाम पर हैं, इसलिए पत्नी और प्रेमी ने खेल खेला। यदि मुझे कुछ हो जाता तो पत्नी प्रॉपर्टी की मालकिन हो जाएगी, यह राय उसके प्रेमी ने दी थी, क्योंकि वह रजिस्ट्री का काम करता है। मैं इन सबसे तंग आकर सुसाइड कर रहा हूं। मैं बच्चों से कहना चाहता हूं कि उसके पापा बुरे नहीं थे, लेकिन हालत ने उन्हें मजबूर कर दिया। मैं अपने बड़े भाइयों से प्रार्थना करता हूं कि वे मेरे बच्चों का ध्यान रखें। बेटा हर्षित खूब पढ़ो और डॉक्टर बनो, अपने छोटे भाई का ख्याल रखना। मेरी अलमारी में सभी दस्तावेज रखे हैं, उन्हें देख समझकर सब काम कर लेना।’’

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