Chhattisgarhi Til-Gud Gujhiya Recipe : चावल के आटे से बनाइए पारंपरिक छत्तीसगढ़ी तिल-गुड़ गुझिया, ये स्टीम्ड गुझिया है टेस्टी और हेल्दी...
Chhattisgarhi Til-Gud Gujhiya Recipe : तिल और गुड़, दोनों ही बेहद स्वास्थ्य वर्धक चीज़ें हैं। इन दोनों के संयोजन से छत्तीसगढ़ में बनाई जाती है तिल-गुड़ गुझिया। अब छत्तीसगढ़ी व्यंजन की बात हो और चावल का उपयोग न हो, तो कोई बात है भला! इसलिए यहां गुझिया बनती है अपने ही अनोखे अंदाज़ में। नए चावल की आवक पर इसे बनाने का ज्यादा चलन है। हालांकि पुराने चावल के आटे से भी इसे बनाया जा सकता है। नए चावल के आटे में तिल-गुड़ की फिलिंग कर बनाई गई इस भाप में पकी गुझिया का स्वाद बेमिसाल होता है। और चूंकि इसे तल कर नहीं बनाया जाता इसलिए इसकी पौष्टिकता भी निस्संदेह ज्यादा होती है। तो चलिए आज जानते हैं छत्तीसगढ़ी तिल-गुड़ गुझिया की ये बेहद आसान रेसिपी।
इसे बनाने के लिए हमें चाहिए
- चावल का आटा - 2 कप
- तिल-1 कप
- गुड़ - 1कप
- पानी - आटा गूंधने और स्टीम करने के लिए
तिल-गुड़ गुझिया ऐसे बनाएं
1. सबसे पहले एक थाली में चावल का आटा लें। अब थोड़ा-थोड़ा गुनगुना पानी डालते हुए नर्म आटा गूंध लें।
2. अब एक कड़ाही लें। इसमें तिल को 3-4 मिनट ड्राई रोस्ट कर लें। इसे एक प्लेट में निकाल लें। गुड़ को कीस लें और इसे गर्म तिल के साथ मिक्स कर दें।
3. अब चावल के आटे की लोई तोड़ें। इसे चपटा करें और हाथों से फैलाएं। अब इसमें दो चम्मच तिल-गुड़ फिलिंग भरें और आम गुझिया की तरह पैक कर दें। चाहें तो कंगूरे जैसी डिज़ाइन बना दें। ऐसे सभी गुझिया बना कर तैयार कर लें। गुझिया को बड़े छेद वाली स्टील की छन्नी में रखें।
4. अब एक बड़े बर्तन में पानी गर्म करने रखें। अच्छी तरह गर्म होने पर गुझिया वाली छन्नी इसके ऊपर रख दें। 10 मिनट के लिए इन्हें ढंक कर पकाएं। 10 मिनट बाद आप देखेंगे कि गुझिया पक गई हैं। अगर कच्चापन लगे तो पलट कर दो मिनट और पका लें। आपकी पारंपरिक छत्तीसगढ़ी तिल-गुड़ गुझिया बन कर तैयार हैं। इन्हें प्लेट में निकाल लें और ठंडी होने पर इन यूनीक टेस्ट वाली गुझिया का मज़ा लें।
नोट- आप अगर मैदे की तली हुई तिल-गुड़ गुझिया बनाना चाहते हैं तो मोयन वाले मैदे के आटे से आम गुझिया की तरह भी इसे बना सकते हैं। आप चाहें तो तिल को दरदरा पीस सकते हैं। साथ ही आप दरदरी पिसी भुनी मूंगफली भी तिल-गुड़ के साथ फिलिंग में इस्तेमाल कर सकते हैं।