CG व्यापमं की मनमानी : सीएम ने छत्तीसगढ़ के अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा शुल्क माफ किया और व्यापमं सुधार के 200 रुपए लेगा
रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के युवाओं के व्यापक हितों को ध्यान में रखकर पीएससी और व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) द्वारा ली जाने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए शुल्क माफ करने का ऐलान किया था. इसके विपरीत व्यापमं ने नई दुकानदारी शुरू कर दी है. ऑनलाइन आवेदन में किसी तरह की गलती होने पर 200 रुपए का शुल्क देना पड़ेगा. इसमें भी सुधार के लिए नया रायपुर स्थित दफ्तर आना होगा.
सीएम बघेल ने अपने बजट भाषण में परीक्षा शुल्क माफ करने का ऐलान किया था. दरअसल, इसके पीछे सरकार की सोच थी कि बेरोजगार युवा हर परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं. इसकी फीस भी भरते हैं. यह उन पर बड़ा बोझ बनता है. साथ ही, उनके माता-पिता के लिए भी आर्थिक बोझ का कारण बनता है. इसे देखते हुए सीएम ने छत्तीसगढ़ के सभी युवाओं के लिए पीएससी और व्यापमं द्वारा ली जाने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं का शुल्क माफ करने का ऐलान किया था.
इसके विपरीत व्यापमं ने 200 रुपए शुल्क की नई व्यवस्था शुरू कर दी है. यह शुल्क उन अभ्यर्थियों को देना होगा, जिन्होंने ऑनलाइन प्रोफाइल में कोई गलती की है. असल में व्यापमं ने प्रोफाइल आधारित ऑनलाइन व्यवस्था शुरू की है. इसमें किसी भी आवेदक को सिर्फ एक बार अपना नाम, पता व अन्य शैक्षणिक जानकारियां फीड करनी है. हर बार जानकारियां फीड करने का झंझट नहीं रहेगा.
व्यापमं के फैसले पर इसलिए सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि अभ्यर्थियों पर आर्थिक बोझ खत्म करने के लिए शुल्क माफ करने का ऐलान किया गया था, जबकि शुल्क लेने की नई व्यवस्था शुरू कर दी गई है. अभ्यर्थियों को इस बात पर भी आपत्ति है कि फॉर्म भरने की व्यवस्था ऑनलाइन है, जबकि सुधार के लिए दफ्तर आना होगा. ऐसे में बलरामपुर या सुकमा जैसे जिलों के अभ्यर्थियों को आने-जाने में ही बड़ी राशि खर्च करनी पड़ेगी. ज्यादा संख्या होने पर बेवजह परेशानी खड़ी होगी. आगे पढ़ें व्यापमं का पत्र...