Flood News Today: आसमान से बरसी मौत की बारिश, अब तक 150 से ज्यादा की मौत, बाढ़ से हर तरफ हाहाकार, जानिए कहा का है मामला?
Pakistan Me Badh Ke Halat: इस्लामाबाद: पाकिस्तान में मानसून (Pakistan Monsoon) की दस्तक एक बार फिर तबाही का पैगाम लेकर आई है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और उससे पैदा हुई बाढ़ (Pakistan Flood) की वजह से अब तक 150 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। देश के सबसे बड़े प्रांत पंजाब में हाताल सबसे ज्यादा खराब है, जहां सिर्फ बुधवार को ही 28 लोगों की मौत और छत गिरने जैसी घटनाओं में हो गई है।
Pakistan Me Badh Ke Halat: इस्लामाबाद: पाकिस्तान में मानसून (Pakistan Monsoon) की दस्तक एक बार फिर तबाही का पैगाम लेकर आई है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और उससे पैदा हुई बाढ़ (Pakistan Flood) की वजह से अब तक 150 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। देश के सबसे बड़े प्रांत पंजाब में हाताल सबसे ज्यादा खराब है, जहां सिर्फ बुधवार को ही 28 लोगों की मौत और छत गिरने जैसी घटनाओं में हो गई है।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
पंजाब के बचाव विभाग के प्रवक्ता फारूक अहमद के मुताबिक, पिछले 24 घंटे के दौरान लाहौर, मुल्तान, बहावलपुर और रावलपिंडी जैसे शहरों में कई मकानों की छतें ढह गई और दीवारें गिर गईं। इन घटनाओं में कई बच्चे और महिलाएं भी शिकार हुए। रेस्क्यू टीम लगातार कार्यों में जुटी हुई है, लेकिन तेज बारिश और जलभराव की वजह से मुश्किलें बढ़ती जा रही है।
250 मिमी तक बारिश, कई शहर जलमग्न
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान में 26 जून से मानसून (Pakistan Monsoon) की शुरुआत हुई थी। तब से लेकर अब तक कराची, लाहौर, फैसलाबाद, पेशावर जैसे प्रमुख शहरों मे 150 से 250 मिलोमीटर तक बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। इस अनियमितता और तेज बारिश की वजह से सड़कें जलमग्न हो गई है, निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
अगस्त तक बिगड़ सकते हैं हालात
पाकिस्तान मौसम विभाग (PMD) ने चेतावनी दी है कि जुलाई और अगस्त में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हो सकती है। इससे न केवल बाढ़ की गंभीर स्थिति बनेगी, बल्कि नदियां उफान पर आ सकती है। अचानक आने वाली बाढ़ (Pakistan Flood) और लैंडस्लाइ़ड (Pakistan Landslide) की घटनाएं भी बढ़ सकती है। पाकिस्तान मौसम विभाग (PMD) ने प्रशासन और आम जनता से सतर्क रहने और राहत शिविरों की तैयारी सुनिश्चित करने को कहा है।
जलवायु परिवर्तन की मार: पाकिस्तान सबसे संवेदनशील देशों में शामिल
संयुक्त राष्ट्र की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 24 करोड़ की आबादी वाला पाकिस्तान जलवायु परिवर्तन के खतरों के मामले में दुनिया के शीर्ष 10 सबसे संवेदनशील देशों में शामिल है। इस साल हो रही बारिश और बाढ़ 2022 की विभीषिका की याद दिला रही है, जब पाकिस्तान का एक तिहाई हिस्सा पानी में डूब गया था। 2022 की भीषण बाढ़ में 2000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और देश के करीब 4000 करोड़ डॉलर की आर्थिक हानि उठानी पड़ी थी। उस दौरान कृषि, सड़क, स्कूल अस्पताल और बिजली ढ़ांचा पूरी तरह तबाह हो गया था।
निचले इलाकों में अलर्ट, राहत कार्य तेज
सरकार ने निचले और बाढ़ संभावित इलाकों में रेड अलर्ट (Flood Raid Alert) जारी किया है। सेना, नेवी और प्रशासन की टीमों को राहत कार्य में लगाया गया है। राहत शिविरों की संख्या बढ़ाई जा रही है और आपातकालीन सेवाओं को चौबीसों घंटे सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं।