Mufti Abdul Baqi Noorzai Killed: पाकिस्तान में एक और टारगेट किलिंग! बलूचिस्तान में JUI नेता मुफ्ती अब्दुल बकी पर बरसी गोलियां

Mufti Abdul Baqi Noorzai Killed: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में टारगेट किलिंग का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस कड़ी में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) के वरिष्ठ नेता मुफ्ती अब्दुल बकी नूरजई की रविवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई।

Update: 2025-03-17 04:41 GMT
Mufti Abdul Baqi Noorzai Killed: पाकिस्तान में एक और टारगेट किलिंग! बलूचिस्तान में JUI नेता मुफ्ती अब्दुल बकी पर बरसी गोलियां
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Mufti Abdul Baqi Noorzai Killed: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में टारगेट किलिंग का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस कड़ी में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) के वरिष्ठ नेता मुफ्ती अब्दुल बकी नूरजई की रविवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना क्वेटा के एयरपोर्ट रोड पर अज्ञात बंदूकधारियों ने अंजाम दी।

पुलिस के अनुसार, हमलावरों ने मुफ्ती नूरजई पर अचानक गोलियां बरसाईं, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें बचाया नहीं जा सका।

हमलावरों की पहचान अभी तक नहीं

इस घटना के बाद सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। हालांकि, अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई है। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, यह हमला क्वेटा एयरपोर्ट रोड पर हुआ, जहां अज्ञात बंदूकधारियों ने मुफ्ती नूरजई को कई गोलियां मारीं।

बलूचिस्तान में टारगेट किलिंग के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। अधिकतर मामलों में हमलावरों का कोई पता नहीं चल पाता है। ये अज्ञात हमलावर पुलिस और सुरक्षाबलों की पकड़ से अक्सर दूर ही रहते हैं।

जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) के नेता पहले भी कई बार ऐसे हमलों का शिकार हो चुके हैं। यह संगठन पाकिस्तान में एक प्रमुख धार्मिक और राजनीतिक पार्टी है, जिसके नेता अक्सर विवादास्पद मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं। मुफ्ती नूरजई की हत्या ने एक बार फिर बलूचिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और राजनीतिक हलकों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता जताई जा रही है। बलूचिस्तान में अशांति और हिंसा का माहौल लंबे समय से बना हुआ है। सरकार और सुरक्षा एजेंसियों पर इन हमलों को रोकने में नाकाम रहने के आरोप लग रहे हैं।

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