Israel Iran Tension: ईरान की न्यूक्लियर फैसिलिटी पर हुआ 'बहुत बड़ा' साइबर अटैक, न्यायपालिका और विधायिका को भी बनाया निशाना
Israel Iran Tension: मध्य पूर्व में जारी तनाव के बीच, ईरान को शनिवार को भारी साइबर हमलों का सामना करना पड़ा, जिससे सरकार की तीन मुख्य शाखाओं—न्यायपालिका, विधायिका और कार्यकारी शाखा—में बड़ी रुकावट आ गई।
Israel Iran Tension: मध्य पूर्व में जारी तनाव के बीच, ईरान को शनिवार को भारी साइबर हमलों का सामना करना पड़ा, जिससे सरकार की तीन मुख्य शाखाओं—न्यायपालिका, विधायिका और कार्यकारी शाखा—में बड़ी रुकावट आ गई। इस हमले ने ईरान की न्यूक्लियर फैसिलिटी और कई अहम सेक्टर्स जैसे फ्यूल डिस्ट्रिब्यूशन, परिवहन और पोर्ट नेटवर्क को भी निशाना बनाया। यह घटना ऐसे समय में हुई जब इजरायल ने गाजा संघर्ष के बीच ईरान की 200 मिसाइलों की बमबारी का कड़ा जवाब देने की कसम खाई थी।
ईरान के प्रमुख सरकारी संस्थान साइबर हमलों की चपेट में
ईरान के सुप्रीम काउंसिल ऑफ साइबरस्पेस के पूर्व सचिव, फिरोजाबादी के अनुसार, ईरान के सरकारी नेटवर्क की बड़ी मात्रा में जानकारी चोरी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि साइबर हमले के तहत न्यूक्लियर फैसिलिटी और कई महत्वपूर्ण सेक्टर जैसे फ्यूल डिस्ट्रिब्यूशन और ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क को निशाना बनाया गया है।
इस साइबर हमले के बीच, अमेरिका ने इजरायल पर ईरानी मिसाइल हमलों के जवाब में ईरान के पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल सेक्टर पर प्रतिबंध बढ़ा दिए हैं। इन प्रतिबंधों का उद्देश्य ईरान को उसके परमाणु और मिसाइल प्रोग्राम के लिए धन प्राप्त करने से रोकना है। ईरान ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर इजरायल हमला करता है, तो वह "अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के लिए पूरी तरह से तैयार" है।
इजरायल की प्रतिक्रिया और भविष्य की स्थिति
इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने वादा किया कि उनका जवाब "घातक, सटीक और हैरान करने वाला" होगा। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी प्रतिनिधि अमीर सईद इरावानी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान अपने महत्वपूर्ण हितों की रक्षा के लिए किसी भी हमले के खिलाफ पूरी तरह तैयार है। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने भी स्पष्ट किया कि "हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन इससे डरते नहीं हैं।"