Bangladesh Crisis News: बांग्लादेश की यूनुस सरकार का बड़ा फैसला, अपने उच्चायुक्त को बुलाया वापस, भारत में मची खलबली
Bangladesh Crisis News: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बुधवार, 2 अक्टूबर को एक बड़ा कूटनीतिक कदम उठाते हुए भारत समेत पांच देशों से अपने उच्चायुक्तों और राजदूतों को वापस बुलाने का ऐलान किया।
Bangladesh Crisis News: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बुधवार, 2 अक्टूबर को एक बड़ा कूटनीतिक कदम उठाते हुए भारत समेत पांच देशों से अपने उच्चायुक्तों और राजदूतों को वापस बुलाने का ऐलान किया। इन देशों में ब्रुसेल्स, कैनबरा, लिस्बन, नई दिल्ली, और संयुक्त राष्ट्र में न्यूयॉर्क का स्थायी मिशन शामिल हैं। यह निर्णय बांग्लादेश में बड़े राजनीतिक बदलावों के बीच लिया गया है, जिसमें नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन हुआ है।
यह कूटनीतिक फेरबदल ऐसे समय में आया है जब प्रधानमंत्री शेख हसीना को 5 अगस्त को बड़े पैमाने पर हुए छात्र-नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों के बाद इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद उन्हें भारत भागना पड़ा था। इन विरोध प्रदर्शनों में 700 से अधिक लोगों की मौत हुई थी, जिसके चलते बांग्लादेश और भारत के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए थे।
राजनीतिक उथल-पुथल के बाद, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों, विशेषकर हिंदू समुदाय, पर हमलों की रिपोर्टें आई थीं, जिससे भारतीय समुदाय और सरकार में उनकी सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई थीं। हालांकि, बांग्लादेश की सरकार ने इन हमलों को धर्म से नहीं, बल्कि राजनीति से प्रेरित बताया।
दुर्गा पूजा के उत्सव के दौरान संभावित अशांति की आशंका को देखते हुए, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने त्योहार को शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित करने के लिए कड़े कदम उठाने का ऐलान किया है। इस बार दुर्गा पूजा का आयोजन 9 से 13 अक्टूबर के बीच होगा, और सरकार ने इसे पिछले सभी आयोजनों से बेहतर बनाने का वादा किया है। गृह सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) मोहम्मद जहांगीर आलम ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव उपाय किए जाएंगे। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने पूजा मंडपों में उच्च सुरक्षा के इंतजाम करने की योजना बनाई है, ताकि हिंदू समुदाय शांतिपूर्ण तरीके से त्योहार मना सके।
बांग्लादेश में इस समय गहराता राजनीतिक संकट और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर उठे सवाल दोनों देशों के संबंधों पर गहरा असर डाल रहे हैं। अंतरिम सरकार द्वारा उठाए गए ये कूटनीतिक और सुरक्षा कदम आने वाले समय में देश के हालात को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।