IAS ने सुसाइड की : CBI केस में फंसे IAS अफसर ने खुदकुशी की…..हाल ही में सस्पेंड भी हुए थे… 2014 बैच के IAS अफसर थे

Update: 2020-06-24 08:57 GMT

बेंगलुरु 24 जून 2020। IAS बीएम विजय शंकर मंगलवार रात बेंगलुरु में अपने निवास पर मृत पाये गये हैं। सीबीआई 4,000 करोड़ रुपये के IMA पोंजी घोटाले में शंकर के खिलाफ केस चलाना चाहती थी। पुलिस के मुताबिक, बेंगलुरु शहरी जिले के पूर्व उपायुक्त शंकर यहां जयानगर में अपने आवास पर मृत मिले हैं। उन्होंने इस बारे में विस्‍तार से जानकारी दिए बिना कहा, ”यह सच है कि वह अपने घर पर मृत मिले हैं।” विजय शंकर पर आईएमए पोंजी घोटाले पर पर्दा डालने के लिये कथित रूप से घूस लेने का आरोप है। वो 2014 बैच के प्रमोटी IAS अफसर थे।

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी नीत गठबंधन सरकार ने 2019 में एक विशेष जांच दल का गठन किया था जिसने शंकर को गिरफ्तार किया था.इसके बाद बीजेपी सरकार ने इस मामले को CBI के हवाले कर दिया था. सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि हाल ही में एजेंसी ने इस मामले में शंकर और दो अन्य लोगों को के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिये राज्य सरकार से अनुमति मांगी थी.

सीबीआई ने इस मामले में दो वरिष्ठ IPS अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए भी राज्य सरकार से इजाजत मांगी थी.गौरतलब है कि मोहम्मद मंसूर खान ने 2013 में बड़ी रकम वापस करने का वादा कर पोंजी स्कीम शुरू की थी.यह मामला उसी से जुड़ा है.

बता दें, सितंबर 2019 में आईएमए पोंजी स्कीम मामले में सीबीआई ने आरोपी मंसूर खान के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था. सीबीआई ने कर्नाटक सरकार के अनुरोध पर 30 आरोपियों के खिलाफ 30 अगस्त 2019 को एक प्राथमिकी दर्ज की थी. सूत्रों के मुताबिक, कथित आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और बेइमानी से संपत्ति की डिलीवरी के लिए बेंगलुरू की अदालत के समक्ष आरोपपत्र दायर किया गया.

इस मामले में सीबीआई ने एक सितंबर 2019 को दूसरा मामला दर्ज किया था. दूसरी प्राथमिकी पीडी कुमार, कार्यकारी अभियंता, बेंगलुरू विकास प्राधिकरण के खिलाफ 5 करोड़ के घालमेल को लेकर दर्ज की गई थी.

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