Kaleshwar Nath : कलेश्वर नाथ के आशीर्वाद से होती है संतान प्रप्ति...पेट संबंधी विकार या रोगों से मिलती है मुक्ति

Kaleshwar Nath : 400 साल से भी अधिक समय से यहां शिवलिंग मौजूद है. यहां पूजा करने से पेट संबंधी विकार या रोगों से मुक्ति मिलती है. यह भी मान्यता है कि यहां सुनी गोद वाली महिलाओं का गोद भर जाता है और उन्हें संतान प्रप्ति होती है.

Update: 2024-07-25 06:55 GMT

Baba Kaleshwar Nath temple : जांजगीर चांपा जिला के प्रसिद्ध शिवालय में एक नाम और भी है, जो पीथमपुर गांव में स्थित है. हसदेव नदी के तट में बाबा कलेश्वर नाथ मंदिर स्थित है. इस प्रसिद्ध शिव मंदिर में सावन के अवसर पर विशेष पूजा अर्चना की जाती है. यहां लोग श्रद्धापूर्वक शिव जी का अभिषेक करते हैं.

400 साल से भी अधिक समय से यहां शिवलिंग मौजूद है. यहां पूजा करने से पेट संबंधी विकार या रोगों से मुक्ति मिलती है. यह भी मान्यता है कि यहां सुनी गोद वाली महिलाओं का गोद भर जाता है और उन्हें संतान प्रप्ति होती है. मनोकामना पूरा होने पर श्रद्धालु जमीन में दंडवत होकर भोलेनाथ की जलाभिषेक करते हैं. 

भक्त यहां सावन के सोमवार को सुबह बहते हसदेव नदी में स्नान कर जल ले जाकर, कलेश्वरनाथ शिव की प्रतिमा में जल अर्पित करते है. पूरे दिन बाबा कलेश्वर नाथ की पूजा अर्चना करने के लिए लोग पहुंच रहे हैं. 


जलहरी के जल का है विशेष महत्व



बाबा कलेश्वर नाथ मंदिर के शिवलिंग की जलहरी के जल का विशेष महत्व है. इसे पीने मात्र से पेटदर्द और बांझपन से मुक्ति मिलती है. साथ ही साथ, जिले के सभी शिवालयों में सुबह से ही जय भोलेनाथ और बम बम भोले के नारे गूंज रहे है.


ऐसे पहुंचे मंदिर

पीथमपुर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से लगभग 60 किलोमीटर व जांजगीर चाम्पा जिले से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर हसदेव नदी के किनारे है. जहां बाबा कालेश्वरनाथ मंदिर (शिव मंदिर) जो शिव भक्तों की आस्था का केंद्र है.

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