सोम प्रदोष 2022: मार्गशीर्ष माह में कब पड़ रहा सोम प्रदोष, जानिए मुहूर्त और पूजा विधि

Update: 2022-12-02 18:45 GMT

NPG डेस्क I इस साल 2022 में 5 दिसंबर को मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष में सोम प्रदोष पड़ रहा है। प्रदोष के दिन भगवान शिव की पूजा कर व्रत धारण किया जाता है। प्रदोष व्रत जिस दिन होता है उसके अनुसार उनका नाम होता है।

मार्गशीर्ष माह को बहुत पवित्र माना जाता है लेकिन मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष फल मिलता है और सारे पाप भी धुल जाते हैं।

मार्गशीर्ष माह का शुक्ल प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त...

सोम प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त अच्छे योग और मुहूर्त में शिव की पूजा की जाए तो फल शुभ मिलता है। इस दिन आद्रा नक्षत्र रहेगा। इस दिन अभिजीत मुहूर्त में किेए गए काम में सफलता मिलेगी। व्यवसाय, नौकरी और शिक्षा के क्षेत्र में सफलता के लिए मन में इच्छा रखकर सावन का प्रदोष व्रत करें और शिव पंचाक्षर मंत्र से शिव से कामना करने पर हर इच्छा पूरी होती है। निशिता काल में विशेष कृपा के लिए शिव की पूजा प्रदोष व्रत के दिन की जाए तो सारे काम पूरे होते है।

प्रदोष की पूरी तिथि : 5 दिसंबर 2022, सोमवार की सुबह 5 .57 मिनट से प्रांरभ

प्रदोष की पूरी तिथि : 6 दिसंबर की सुबह 6.47 मिनट तक रहेगी

वहीं सोम प्रदोष की पूजा का शुभ मुहूर्त, प्रदोष काल 5 दिसंबर की शाम 5 बजकर 33 मिनट से रात 8 बजकर 15 मिनट तक रहेगा

निशिता काल : 11:42 PM से 12:26 AM, दिसंबर 06

प्रदोष की पूजा : 5 दिसंबर को पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 . 33 मिनट से रात 08. 15 मिनट तक

पारणा का समय: 5.10 am से 8.21 am तक

प्रदोष पूजा विधि

सोम प्रदोष के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। अब एक चौकी रखें और उस पर भगवान शिव और माता पार्वती का चित्र या कोई मूर्ति स्थापित करें। फिर षोडशोपचार पूजन करें। संध्या के समय पुनः स्नान के बाद शुभ मुहूर्त में पूजन आरंभ करें। गाय के दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल आदि से शिवलिंग का अभिषेक करें। फिर शिवलिंग पर श्वेत चंदन लगाकर बेलपत्र, मदार, पुष्प, भांग, आदि अर्पित करें। इसके बाद विधि पूर्वक पूजन और आरती करें।

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