Sharad Purnima 2025: शरद पूर्णिमा पर क्या करें क्या न करें, अभी जानिए नहीं तो रुक सकती है मां लक्ष्मी की कृपा!

Sharad Purnima 2025: शरद पूर्णिमा के दिन आप माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते है। इस शरद पूर्णिमा जानिये ऐसे कौन से उपाय है जिन्हे करने से माता लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी।

Update: 2025-10-01 10:56 GMT

Sharad Purnima 2025

Sharad Purnima 2025: हिंदू धर्म में आश्विन महीने की पूर्णिमा को बेहद पवित्र और शुभ माना जाता है। इस दिन को शरद पूर्णिमा कहा जाता है और मान्यता है कि, इस रात चंद्रमा अपनी सभी 16 कलाओं में पूर्ण होते हैं। यही कारण है कि, इस रात को अमृतमयी माना जाता है। कहा जाता है कि, चंद्रमा की रोशनी में अमृत की बूंदें धरती पर गिरती हैं, जो शरीर और मन को शुद्ध करने वाली होती हैं।

इस वर्ष शरद पूर्णिमा 6 अक्टूबर, सोमवार को मनाई जाएगी। इस दिन की सबसे खास परंपरा खीर बनाकर खुले आसमान के नीचे रखना है। मान्यता है कि, चंद्रमा की किरणें जब खीर पर पड़ती हैं, तो उसमें अमृत की शक्ति समा जाती है। यह खीर अगले दिन प्रसाद के रूप में ग्रहण की जाती है और माना जाता है कि, इससे स्वास्थ्य अच्छा और मन शांत होता है और घर में सुख-शांति आती है।

शरद पूर्णिमा का धार्मिक महत्व

शरद पूर्णिमा को देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा का विशेष दिन माना जाता है। इस रात माता लक्ष्मी पृथ्वी पर विचरण करती हैं और अपने भक्तों को धन, वैभव और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। पुराणों के अनुसार, इस रात की सुंदरता इतनी अद्भुत होती है कि, देवता भी धरती पर आकर इसे निहारते हैं। इस दिन भगवान विष्णु को खीर का भोग लगाया जाता है और माता लक्ष्मी को लाल वस्त्र अर्पित किए जाते हैं। ऐसा करने से घर में आर्थिक संकट दूर होता है और सुख-शांति बनी रहती है।

कैसे करें चंद्रमा की पूजा

शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा को प्रसन्न करने के लिए स्नान करके साफ-सफेद वस्त्र पहनें। खुले आकाश के नीचे खड़े होकर चंद्रमा को दूध और जल मिलाकर अर्घ्य दें। अर्घ्य देते समय चंद्र मंत्रों का जाप करें और सफेद फूल चढ़ाएं। यह पूजा मानसिक शांति और समृद्धि देती है। एक कलश में पानी भरें उसमें चावल, फूल और सफेद वस्त्र डालें और चंद्रमा की ओर मुख करके अर्पित करें। इससे चंद्र देव की कृपा मिलती है और मन शांत रहता है।

खीर का महत्व

शरद पूर्णिमा की रात खीर को चांदनी में रखने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। यह खीर गाय के दूध से बनाई जाती है और उसमें तुलसी का पत्ता डाला जाता है। माना जाता है कि, चंद्रमा की किरणों से खीर में अमृत की वर्षा होती है। सुबह इस खीर को प्रसाद के रूप में पूरे परिवार के साथ ग्रहण किया जाता है। यह खीर सिर्फ स्वादिष्ट नहीं होती, बल्कि औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसे खाने से शरीर निरोगी रहता है, मन शांत होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

शरद पूर्णिमा पर क्या न करें

शरद पूर्णिमा के दिन कुछ खास बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है ताकि मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे और हमें अच्छे फल मिलें। जैसे इस दिन मांस, मछली, शराब और भारी भोजन खाने से बचना चाहिए ताकि शरीर और मन दोनों साफ़-सुथरे बने रहें।

साथ ही शाम के वक्त दान करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे आर्थिक परेशानियां हो सकती हैं। इस दिन दूध का भी लेन-देन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह दिन मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। काले कपड़े पहनना शुभ नहीं माना जाता, इसलिए सफेद या लाल रंग के कपड़े पहनना बेहतर होता है। और सबसे जरूरी बात यह है कि घर आईं सुहागिन महिलाओं का सम्मान करें और उनका अपमान बिल्कुल न करें।

शरद पूर्णिमा के खास उपाय

शरद पूर्णिमा के दिन कुछ खास उपाय करने चाहिए जो बहुत फायदेमंद होते हैं। सबसे पहले एक कलश में पानी भरकर उसमें चावल, फूल और सफेद कपड़ा डालकर चंद्रमा की ओर अर्पित करें ताकि चंद्र देव की कृपा मिल सके। साथ ही पान के पत्ते पर सुपारी और लौंग रखकर मां लक्ष्मी को चढ़ाएं जिससे धन-धान्य के रास्ते खुलते हैं।

इस दिन खीर बनाकर उसे रात भर खुले आसमान के नीचे रखें ताकि चंद्रमा की रोशनी उसमें समा जाए और फिर सुबह उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करें जिससे स्वास्थ्य और समृद्धि बढ़ती है। इसके अलावा मां लक्ष्मी को लाल कपड़ा चढ़ाना भी शुभ होता है क्योंकि इससे वे खुश होती हैं और घर में धन-धान्य की बरकत आती है। साथ ही तुलसी के पौधे की पूजा करना और उसके पत्ते भगवान श्रीकृष्ण को अर्पित करना भी अच्छा माना जाता है क्योंकि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।

इन चीजों से करें परहेज

इस दिन उपवास रखना अच्छा होता है और दिल से भगवान विष्णु, श्रीकृष्ण और राधा जी की पूजा करनी चाहिए। साथ ही मंत्रों का जाप करें और रात को भजन-कीर्तन करें ताकि मन शांत और प्रसन्न रहे। ब्रह्मचर्य का पालन करें और अगर संभव हो तो गंगा में स्नान भी करें। इस दिन तामसिक भोजन जैसे अंडा, प्याज, लहसुन और मांस बिल्कुल न खाएं, शराब का सेवन भी न करें, और बाल या नाखून काटने से बचें। चंद्रग्रहण या सूतक के समय कोई शुभ काम करने से भी परहेज करें ताकि सब कुछ ठीक-ठाक और मंगलमय रहे।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी केवल मान्यताओं और परंपरागत जानकारियों पर आधारित है। NPG News किसी भी तरह की मान्यता या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।

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